सेंचुरियन में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों ने नोबेल पुरस्कार विजेता आर्कबिशप डेसमंड टूटू की याद में काली पट्टी बांध उनको श्रद्धांजलि दी है, जिनका केप टाउन में 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
राष्ट्रगान से पहले, भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों ने स्टेडियम में सभी के साथ विश्व प्रसिद्ध राजनेता की याद में एक मिनट का मौन रखा। दक्षिण अफ्रीकी टीम के अलावा अंपायर मरैस इरास्मस और एड्रियन होल्डस्टॉक ने भी काली पट्टी बांधकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ट्विटर पर आर्कबिशप के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, आर्कबिशप एमेरिटस डेसमंड टूटू का निधन दक्षिण अफ्रीकी पीढ़ी के लिए बहुत बड़ी क्षति है, जिन्होंने हमें एक मुक्त दक्षिण अफ्रीका दिया है।
रंगभेद विरोधी और मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में अपने काम के लिए जाने जाने वाले टूटू को अहिंसा और रंगभेद का विरोध करने के लिए 1984 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद के बाद का वर्णन करने के लिए उन्होंने रेनबो नेशन शब्द भी गढ़ा था। 1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले पूर्ण लोकतांत्रिक चुनाव के बाद नेल्सन मंडेला को राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था।
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Source : IANS