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टोक्यो ओलंपिक 2020 और फीफा विश्व कप 2022 से बाहर हुआ रूस, वाडा ने लगाया 4 साल का प्रतिबंध

जो खिलाड़ी यह साबित करने में सफल रहेंगे कि वह डोपिंग में शामिल नहीं हैं वे तटस्थ झंडे तले खेलों में हिस्सा ले सकेंगे.

Updated on: 09 Dec 2019, 07:29 PM

नई दिल्ली:

खेलों के लिहाज से रूस के लिए सोमवार का दिन काफी बुरा रहा. विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने रूस पर 4 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध के बाद रूस अगले 4 सालों तक किसी भी बड़े खेल आयोजन में शामिल नहीं हो पाएगा. बता दें कि इस प्रतिबंध के बाद रूस अगले साल जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में भी हिस्सा नहीं ले पाएगा. इतना ही नहीं रूस कतर में होने वाले फीफा विश्व कप-2022 में भी शामिल नहीं हो सकेगा.

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वाडा के इस फैसले के बाद अब किसी भी बड़े खेलों में अगले 4 साल के लिए रूस का झंडा नहीं दिखेगा. हालांकि जो खिलाड़ी यह साबित करने में सफल रहेंगे कि वह डोपिंग में शामिल नहीं हैं वे तटस्थ झंडे तले खेलों में हिस्सा ले सकेंगे. यह फैसला रूस की डोपिंग रोधी एजेंसी (रुसाडा) की प्रयोगशालाओं द्वारा इसी साल जनवरी में दिए गए डाटा को अयोग्य करार दिए जाने के बाद लिया गया है.

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रुसाडा के पास अब इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिनों का समय है और अगर वह अपील करते हैं तो इस अपील को खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में भेजा जाएगा. वाडा की उपाध्यक्ष लिंडा हेलेलैंड ने कहा कि चार साल का प्रतिबंध काफी नहीं है.

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उन्होंने कहा, "मैं प्रतिबंध चाहती थी जिसे हल्के में नहीं लिया जाए. साफ सुथरे खिलाड़ियों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्रतिबंध को मजबूती से लागू करें." रूस पर 2015 से ही एक राष्ट्र के तौर पर खेलने पर प्रतिबंध है. इस प्रतिबंध के बाद भी हालांकि रूस यूरो-2020 में हिस्सा ले सकेगी क्योंकि यूरोप की फुटबाल संस्था यूईएफए को खेल के बड़े आयोजकों में नहीं गिना जाता है.

(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)