अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहे हैं ऋषभ पंत, कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री को अभी भी भरोसा
अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारना क्या होता है, यह कैसे किया जाता है? अगर यह सीखना, समझना या देखना हो तो कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है
नई दिल्ली:
अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारना क्या होता है, यह कैसे किया जाता है? अगर यह सीखना, समझना या देखना हो तो कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है, इसके लिए आपको सिर्फ भारतीय टीम के विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को खेलते हुए देखना होगा. लगातार मौके मिलने के बाद भी वे जिस तरह से लगातार लापरवाही भरे शॉट खेलकर आउट हो रहे हैं, उसे देखकर यही कहा जा सकता है. हालांकि अभी भी कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री का भरोसा उन पर है कि नहीं, यह आने वाले कुछ दिनों में देखने को मिल जाएगा.
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भारत और दक्षिण के बीच दूसरा T-20 मैच बुधवार को खेला गया था, इस मैच में भी सभी की निगाहें ऋषभ पंत पर टिकी हुई थी. इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पांच विकेट के नुकसान पर 149 रन बनाए थे. भारत ने यह मैच छह गेंद शेष रहते सात विकेट से जीत लिया, लेकिन ऋषभ पंत ने हमेशा की तरह एक बार फिर निराश किया. पंत तब बल्लेबाजी के लिए आए जब शानदार बल्लेबाजी करने वाले शिखर धवन 31 गेंद में 40 रन बनाकर आउट हो गए.
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तब भारत का स्कोर 94 रन था और दूसरे छोर पर उनके साथ कप्तान विराट कोहली शानदार खेल दिखा रहे थे. टीम की पारी का यह 12वां ओवर चल रहा था. पंत ने पहली गेंद पर एक रन लिया, इसके बाद पंत को दो और गेंदें खेलने का मौका मिला. इसमें उन्होंने एक रन लिया और एक रन लेग बाई का भी मिला. इसके बाद अगले ओवर में पंत ने दो रन और लिए. तब तक पंत चार गेंद में चार रन बना चुके थे.
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लग रहा था कि विराट कोहली के सामने पंत अच्छी और जिम्मेदारी भरी पारी खेलेंगे. लेकिन इसी बीच 14वें ओवर की चौथी गेंद पर ऋषभ पंत ने लेग स्टंप के बाहर की गेंद पर बल्ला घुमा दिया और गेंद शॉर्ट फाइन लेग की ओर गई, वहां फील्डिंग कर रहे तबरेज शम्सी के हाथों में आसान का कैच चला गया. इसके साथ ही ऋषभ पंत ने एक और लापरवाही भरा शॉट खेलकर अपनी पारी का अंत कर लिया.
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ऋषभ पंत करीब 11 मिनट तक ही क्रीज पर रह पाए और पांच गेंद में चार रन बनाकर आउट हो गए. पंत जब क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए आए तब भारत को 50 गेंद में 56 रन की दरकार थी. दूसरे छोर पर कप्तान कोहली खेल रहे थे. तब उम्मीद थी कि बहुत तेजी से रन नहीं बनाने हैं, कप्तान कोहली अच्छा खेल दिखा रहे हैं. ऐसे में कुछ वक्त पंत क्रीज पर बिताएंगे और रन बनाएंगे, लेकिन अफसोस कि ऐसा नहीं हो सका.
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ऋषभ पंत अब तक 19 T-20 मैच खेले हैं, इसकी 18 पारियों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला है, लेकिन वे कुल 306 रन ही बनाए हैं. उनका औसत करीब 20 रन का है. और स्ट्राइक रेट 123 रन का है. वे अब तक दो ही अर्द्धशतक लगा पाए हैं, जिसमें उनका सबसे बड़ा स्कोर 65 रन है. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंत ने अब तक किस तरह की बल्लेबाजी की है. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के न होने के चलते अब ऋषभ पंत T-20, टेस्ट और एक दिवसीय मैचों में विकेट कीपर की भूमिका निभा रहे हैं और बल्लेबाजी भी नंबर चार पर कर रहे हैं. पंत ने पिछली दस पारियों में से 7 में 5 या उससे कम रन ही बनाए हैं.
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अब एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि लगातार असफलता के बाद भी कोच रवि शास्त्री और कप्तान कोहली कब तक उन पर विश्वास जताते रहेंगे, जबकि कई विकेट कीपर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर टीम में जगह बनाने के लिए दस्तक दे रहे हैं. अब तीसरे और अंतिम T-20 में उन्हें मौका दिया जाता है या फिर किसी अन्य विकेट कीपर बल्लेबाज को मौका दिया जाता है, यह देखना अपने आप में दिलचस्प होगा.
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