राष्ट्रीय चयनकर्ताओं से भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने आग्रह किया है कि विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को भविष्य के टेस्ट कप्तान के रूप में तैयार किया जाना चाहिए। 24 वर्षीय पंत ने हाल के वर्षों में अपने खेल में काफी सुधार किया है।
2018 में अपने डेब्यू के बाद से पंत टेस्ट टीम के अभिन्न सदस्यों में से एक रहे हैं। उन्होंने 30 मैचों में 40.85 की औसत से 1920 रन बनाए, जिसमें उनके नाम चार शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं। विकेटकीपिंग में पंत ने 107 कैच और 11 स्टंपिंग की है।
वर्तमान में, पंत 2021 में फ्रेंचाइजी के कप्तान के रूप में पदभार संभालने के बाद आईपीएल के 2022 सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर रहे हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक कप्तान के रूप में 20 वर्षीय पंत ने 2017/18 रणजी ट्रॉफी में उपविजेता बनने के लिए दिल्ली की कप्तानी की थी।
युवराज ने कहा, आपको किसी को कप्तान के रूप में तैयार करना चाहिए। जैसे एमएस धोनी कप्तान बने। कीपर हमेशा एक अच्छा विचारक होता है, क्योंकि वो चीजों को नजदीर से देखता है।
भारत के लिए 40 टेस्ट खेल चुके युवराज ने आगे कहा, आप एक युवा पंत को चुनते हैं जो भविष्य का कप्तान हो सकता है। उन्हें समय दें और पहले छह महीनों या एक साल में परिणाम की उम्मीद न करें। मुझे लगता है कि आपको अच्छे काम के लिए युवा लोगों पर विश्वास करना चाहिए।
2007 टी20 विश्व कप और 2011 क्रिकेट विश्व कप में भारत की विजेता टीम के सदस्य रहे युवराज सिंह ने पंत की परिपक्वता की कमी पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को जवाब भी दिया।
उन्होंने आगे कहा, मैं उस उम्र में अपरिपक्व था, विराट कोहली अपरिपक्व थे, जब वह उस उम्र में कप्तान थे। लेकिन पंत समय के साथ परिपक्व हो रहे हैं। मुझे नहीं पता कि सहयोगी स्टाफ इसके बारे में क्या सोचते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वह टेस्ट टीम का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं।
युवराज ने आगे खुलासा किया कि पंत के साथ अपनी बातचीत में, वह अक्सर ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपिंग के दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट का उदाहरण देते हैं, जिन्होंने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 17 टेस्ट शतक बनाए हैं।
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Source : IANS