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रणजी ट्रॉफी फाइनल: पाटीदार के शतक और सारांश के अर्धशतक की बदौलत मजबूत स्थिति में एमपी (लीड-1)

रणजी ट्रॉफी फाइनल: पाटीदार के शतक और सारांश के अर्धशतक की बदौलत मजबूत स्थिति में एमपी (लीड-1)

Updated on: 25 Jun 2022, 08:45 PM

बेंगलुरु:

एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल के चौथे दिन शनिवार को मध्य प्रदेश की टीम ने अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली।

एमपी की ओर से रजत पाटीदार ने 122 रन बनाए, जबकि सारांश जैन ने अपना पहला प्रथम श्रेणी अर्धशतक पूरा किया, जिसकी बदौलत टीम ने 536 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।

पाटीदार के अलावा मध्यप्रदेश की ओर से यश दुबे, शुभम शर्मा ने भी शानदार शतकीय पारी खेली। मध्य प्रदेश को पहली पारी में 162 रन की बढ़त मिली। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक मुंबई ने दूसरी पारी में 2 विकेट पर 113 रन बना लिए हैं। हालांकि वह अभी भी वह मध्यप्रदेश की पहली पारी से 49 रन पीछे है। पृथ्वी शॉ (44) और हार्दिक तमोरे (25) ने अपने विकेट गंवा दिए हैं। अरमान जाफर और सुवेद पारकर क्रीज पर मौजूद हैं।

चौथे दिन खेलने उतरे पाटीदार का हौसला बढ़ाने के लिए मैदान में दर्शकों में काफी रोमांच देखने को मिला, जिनकी आरसीबी-आरसीबी की हूटिंग के साथ स्टेडियम गूंज उठा। दर्शकों में रोमांच इसलिए भी काफी बढ़ा हुआ था, क्योंकि ठीक एक महीने पहले, पाटीदार ने कोलकाता में आईपीएल 2022 एलिमिनेटर में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आरसीबी के लिए 54 गेंदों में 112 रनों की तूफानी पारी खेली थी।

पाटीदार ने तीसरे दिन के अपने 67 के स्कोर से पारी को आगे बढ़ाया। पाटीदार ने इंडियन प्रीमियर लीग के 2022 सत्र की अपनी फॉर्म रणजी ट्रॉफी में भी जारी रखी। उन्हंोंने 219 गेंदों में 20 चौके के दम पर 122 रन ठोके। उन्होंने 122 में से 80 रन तो सिर्फ बाउंड्री से बनाए, जबकि 42 रन दौड़कर लिए। उनकी इस पारी का अंत तुषार देखपांडे ने उन्हें बोल्ड करते हुए किया।

गौरतलब है कि एमपी की तरफ से सलामी बल्लेबाज यश दुबे ने 133 रनों की पारी खेलकर टीम को अच्छी शुरुआत दी थी और इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे शुभम शर्मा ने भी 116 रनों की एक और शानदार पारी खेली थी। तीन बल्लेबाजों के शतक और अन्य बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान के दम पर एमपी की टीम 536 रनों तक पहुंच पाई और उसे मुंबई पर 162 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त मिली।

इससे पहले मुंबई की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टॉस जीतकर 374 रन बनाए थे। मुंबई के लिए सरफराज खान ने शानदार 134 रन बनाए थे। सरफराज के अलावा मुंबई का कोई और बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। यशस्वी जायसवाल और पृथ्वी शॉ ने क्रमश: 78 और 47 रनों की पारी खेली थी। वहीं एमपी की तरफ से गौरव यादव और अनुभव अग्रवाल ने शानदार गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 4 और 3 विकेट लिए थे।

चौथे दिन एमपी 600 रनों का स्कोर भी छू सकती थी, मगर मुंबई ने दिन के अंतिम सत्र में बेहतर गेंदबाजी की। हालांकि तब तक देर हो चुकी थी और पाटीदार और सारांश ने सुनिश्चित कर दिया था कि मध्य प्रदेश की अब फाइनल पर मजबूत पकड़ बन चुकी है।

रणजी फाइनल 2022 ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था, लेकिन दिन के अंत में मुंबई टीम को 2 बड़े झटके लगने से अब रणजी ट्रॉफी का फाइनल रोमांचक हो गया है। खेल की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अब माना जा रहा है कि अगर कोई करिश्मा नहीं हुआ तो मध्य प्रदेश खिताब जीतने में सफल रहेगी जबकि मुंबई का 42वीं बार रणजी चैंपियन बनने का सपना टूट जाएगा।

चौथे दिन के संक्षिप्त स्कोर की बात करें तो मध्य प्रदेश की टीम 177.2 ओवरों में 536 पर ऑल आउट हुई, जिसमें (यश दुबे 133, रजत पाटीदार 122, शुभम शर्मा 116) का सबसे बड़ा योगदान रहा। वहीं मुंबई के गेंदबाजों पर नजर डालें तो शम्स मुलानी (5/173) और तुषार देशपांडे (3/116) ने अच्छी गेंदबाजी की।

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