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बिना विदेशी खिलाड़ियों के ही IPL खेलने के लिए तैयार राजस्थान रॉयल्स

कोविड-19 महामारी और विदेशी नागरिकों के भारत में प्रवेश पर लगी पाबंदी को देखते हुए कम से कम 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया था.

Updated on: 01 Apr 2020, 12:12 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान रायल्स के सीईओ रंजीत बरठाकुर ने बुधवार को कहा कि इस मुश्किल समय में केवल भारतीय खिलाड़ियों के साथ छोटी अवधि का आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) भी अच्छा होगा. उन्होंने इसके साथ ही खुलासा किया कि इस टी20 लीग के भाग्य का फैसला 15 अप्रैल से पहले किये जाने की संभावना नहीं है. कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हैं. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस धनाढ्य लीग को लेकर अभी तक फैसला नहीं किया है जिसे कोविड-19 महामारी और विदेशी नागरिकों के भारत में प्रवेश पर लगी पाबंदी को देखते हुए कम से कम 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया था.

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29 मार्च से शुरू होना था आईपीएल

पूर्व कार्यक्रम के अनुसार यह टूर्नामेंट 29 मार्च से शुरू होना था. बरठाकुर ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम केवल भारतीय खिलाड़ियों के साथ छोटे टूर्नामेंट के लिये तैयार है. आखिरकार यह है तो इंडियन प्रीमियर लीग ही.’’ महामारी को रोकने के लिये देश भर में ‘लॉकडाउन’ है और वर्तमान हालात देखकर इसके आयोजन की संभावना नहीं लग रही है. बीसीसीआई के पास हालांकि कुछ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं की तिलांजलि देकर साल के अंत में आईपीएल के आयोजन का विकल्प है. रायल्स के कार्यकारी अधिकारी ने उम्मीद जतायी कि बीसीसीआई फ्रेंचाइजी के सर्वश्रेष्ठ हितों को ध्यान में रखकर फैसला करेगा.

स्थिति में सुधार लाने के लिए बीसीसीआई को करने होंगे प्रयास

उन्होंने कहा, ‘‘यह असाधारण समय है और स्थिति में सुधार पर बीसीसीआई को अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने होंगे. ’’ बरठाकुर ने कहा, ‘‘पहले हम केवल भारतीय खिलाड़ियों के आईपीएल के बारे में नहीं सोच सकते थे लेकिन अब भारत में पर्याप्त अच्छे खिलाड़ी हैं. आईपीएल नहीं करवाने के बजाय केवल भारतीय खिलाड़ियों के साथ टूर्नामेंट आयोजित कराना बेहतर होगा. ’’

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उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट का आयोजन कब हो सकता है, इसका फैसला बीसीसीआई को करना है और मेरा मानना है कि ऐसा फैसला 15 अप्रैल के बाद ही किया जाना चाहिए.’’ कोरोना वायरस के कारण विश्व भर में 850,000 लोग संक्रमित हैं जबकि 42000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में 1600 से अधिक लोग संक्रमित हैं और 40 से अधिक की मौत हो गयी है.