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पी वी सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में रचा इतिहास, कहा- मां को समर्पित यह जीत

वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने ओकुहारा को सीधे गेम में एकतरफा अंदाज में 21-7, 21-7 से पराजित किया. यह मुकाबला 38 मिनट तक चला.

Updated on: 25 Aug 2019, 07:56 PM

नई दिल्ली:

ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने रविवार को यहां बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप (BWF Badminton World Championship)-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया. इस जीत के साथ ही पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं. वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने ओकुहारा को सीधे गेम में एकतरफा अंदाज में 21-7, 21-7 से पराजित किया. यह मुकाबला 38 मिनट तक चला. इस जीत के साथ ही पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने ओकुहारा से खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 9-7 का कर लिया है.

जीत के बाद पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने कहा कि आज उनकी मां का जन्मदिन है और जीत वह उन्हें समर्पित करती हैं. पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) के पास इस टूर्नामेंट में तीनों पदक हो गए हैं. उन्होंने इससे पहले दो ब्रॉन्ज मेडल भी जीते हैं.

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जीत के बाद पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने कहा, 'आज मेरी मां का जन्मदिन है और इस मौके पर अपनी यह जीत मैं उन्हें समर्पित करती हूं.'

पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने कहा, 'यह जीत मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी.' पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने कहा यह जीत मेरे लिए और मेरे देश के लिए बहुत मायने रखती है. उन्होंने कहा, 'मुझे अपने भारतीय होने पर गर्व है.'

पूरे टूर्नामेंट में पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) को काफी समर्थन मिला. उन्होंने कहा, 'मैं दर्शकों का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने हर मैच में मेरा पूरा समर्थन किया.'

भारत की नंबर वन शटलर ने इस मौके पर अपने कोच गोपीचंद और सपॉर्ट स्टाफ का भी धन्यवाद दिया. भारतीय बैडमिंटन स्टार पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही 2017 के फाइनल में आकुहारा से मिली हार का हिसाब भी बराबर कर लिया.

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वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की और 5-1 की बढ़त बना ली. इसके बाद वह 12-2 से आगे हो गईं. लगातार तीसरे साल फाइनल में पहुंचने वाली पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और 16-2 की लीड लेने के बाद 21-7 से पहला गेम जीत लिया. भारतीय खिलाड़ी ने 16 मिनट में पहला गेम अपने नाम किया.

दूसरे गेम में पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने 2-0 की बढ़त के साथ शुरुआत करते हुए अगले कुछ मिनटों में 8-2 की लीड कायम कर ली. ओलम्पिक पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी ने आगे भी अपने आक्रामक खेल के जरिये अंक लेना जारी रखा.

पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने मुकाबले में 14-4 की शानदार बढ़त बना ली. इसके बाद उन्होंने लगातार अंक लेते हुए 21-7 से गेम और मैच समाप्त करके बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप (BWF Badminton World Championship) में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया.

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बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप (BWF Badminton World Championship) में पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) के अब पांच पदक हो गए हैं. इनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं.

भारत ने इस टूर्नामेंट में अब तक तीन रजत और छह कांस्य पदक जीते थे. पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) इससे पहले इस टूर्नामेंट में लगातार दो बार (2017 और 2018) फाइनल में हारी थीं. लेकिन, इस बार उन्होंने इस गतिरोध को तोड़ा और बैडमिंटन में पहली विश्व चैम्पियन भारतीय बन गईं.

पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) ने इस टूर्नामेंट में 2013 में पहली बार भाग लिया था और उसके बाद से अब तक वह इसमें 21 मैच जीत चुकी हैं. उनसे ज्यादा अब तक इसमें विश्व की किसी भी महिला खिलाड़ी ने पदक नहीं जीते हैं. पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) के नाम अब इसमें पांच पदक हो गए हैं. इनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं.

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पी.वी. सिंधु (PV Sindhu) महिला एकल में एक स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने वाली विश्व की चौथी खिलाड़ी बन गई हैं. उनसे पहले ली लिंगवेई, गोंग रूइना और झांग निंग यह उपलिब्ध हासिल कर चुकी हैं. भारत की प्रसिद्ध महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने 2015 और 2017 में इस टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीते थे. पुरुष भारतीयों में प्रकाश पादुकोण (1983) और बी.साई प्रणीत (2019) ने इसमें अब तक कांस्य पदक जीते हैं.