अनुभवी भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना का मानना है कि पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी शैली ने उन्हें वीरेंद्र सहवाग की याद दिला दी. शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार को राजकोट में पदार्पण करते हुए शतक बनाया. वह अपने पदार्पण टेस्ट में शतक बनाने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए हैं.
रैना ने कहा, 'पृथ्वी ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की. उन्होंने मुझे वीरू (सहवाग) की याद दी है. पृथ्वी ने बिल्कुल निडर होकर अपना खेल खेला. उन्होंने जिस तरह के शॉट खेले वह एक क्लास को दर्शाता है.'
रैना ने भी 2010 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट में 120 रन की शतकीय पारी खेली थी. 18 वर्षीय पृथ्वी ने अपने पदार्पण मौके को दोनों हाथों के लपकते हुए 99 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. उन्होंने 154 गेंदों पर 134 रन बनाए.
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पृथ्वी इसके साथ ही मोहम्मद अजहरुद्दीन, लाला अमरनाथ, सौरभ गांगुली, शिखर धवन, सुरेश रैना और सहवाग जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अपने पदार्पण टेस्ट में शतक बनाए थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या पृथ्वी के इस फार्म से भारत की सलामी जोड़ी की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी, रैना ने कहा, 'यह कहना अभी जल्दबाजी होगी.'
मध्यक्रम बल्लेबाज रैना ने हालांकि करुण नायर और मुरली विजय को वेस्टइंडीज सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं करने के फैसले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
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उन्होंने कहा, 'चयनकर्ताओं को इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए. मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता.'
Source : IANS