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पृथ्वी शॉ के मामले पर BCCI बैकफुट पर, अब जारी किया पूरा घटनाक्रम

पृथ्वी शॉ के मामले में बीसीसीआई (BCCI) ने जिस तरह से मामले को निपटाने की कोशिश, उसके चलते उसे कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है जिसके बाद बीसीसीआई अब इस मामले में भरपाई करने की कोशिश कर रहा है.

Updated on: 09 Aug 2019, 02:12 PM

नई दिल्ली:

पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के डोपिंग उल्लंघन मामले में बीसीसीआई (BCCI) ने बैकफुट पर नजर आ रही है, इसके साथ ही बीसीसीआई ने सारे घटनाक्रम का पूरा ब्यौरा दिया है, जिससे पता चलता है कि उनके सैंपल को इकट्ठा किए जाने के बाद नैशनल डोप टेस्टिंग लैबरेटरी (एनडीटीएल) की अंतिम रिपोर्ट आने में दो महीने का समय लगा. पृथ्वी शॉ के मामले में बीसीसीआई (BCCI) ने जिस तरह से मामले को निपटाने की कोशिश, उसके चलते उसे कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है जिसके बाद बीसीसीआई अब इस मामले में भरपाई करने की कोशिश कर रहा है. 

घटनाक्रम से पता चलता है कि बोर्ड की तरफ से एनडीटीएल को दोबारा अवगत भी कराया गया था. वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) भी नैशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) के तहत आने की अनिच्छुक संस्थाओं द्वारा निबटाए जाने वाले मामले को दोबारा खोल सकती है.

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पिछले महीने पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने आठ महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था. बीसीसीआई (BCCI) की विज्ञप्ति में कहा गया था कि पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने ‘अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ लिया था, जोकि आम तौर पर खांसी की दवा में पाया जाता है.

पृथ्वी के डोप मामले में इस साल का घटनाक्रम इस तरह है...
22 फरवरी: पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के सैंपल इकट्ठा किए गए. 23 फरवरी को सैंपल नई दिल्ली में एनडीटीएल को भेजे गए.
2 मई: एनडीटीएल की पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) से संबंधित रिपोर्ट (एपीए) बीसीसीआई (BCCI) को मिली. एनडीटीएल ने बीसीसीआई (BCCI) से पूरे लैब डाक्युमेंट्स पैकेज की मांग की.
17 मई: बोर्ड से पूरा लैब डॉक्युमेंटेशन पैकेज मिला, जबकि 18 मई को सारे दस्तावेज आईडीटीएम के जरिए स्वतंत्र समीक्षा बोर्ड (आईआरबी) को भेजे गए.
20 मई: आईडीटीएम ने तीन आईआरबी सदस्यों की नियुक्ति की, जिसमें एक वकील, एक खेल डॉक्टर और एक वैज्ञानिक शामिल.
25 जून: आईआरबी ने आईडीटीएम के डोपिंग रोधी कार्यक्रम प्रशासक (एपीए) को रिपोर्ट सौंपी.
26 जून: आईडीटीएम एपीए ने रिपोर्ट बीसीसीआई (BCCI) को सौंपी कि क्रिकेटर को जवाब देना होगा.
15 जुलाई: बीसीसीआई (BCCI) के बाहरी वकील से आरोप के नोटिस (एनओसी) का मसौदा मिला.
16 जुलाई: पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को नोटिस का मसौदा दिया गया. 18 जुलाई को पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने जवाब दिया कि वह इस आरोप को स्वीकार करते हैं और बी सैंपल नहीं देना चाहते हैं.

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22 जुलाई: पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के वकील से आरोप के नोटिस का जवाब मिला.
24 जुलाई: सजा की अवधि पर चर्चा के लिए बीसीसीआई (BCCI) के बाहरी वकील और बीसीसीआई (BCCI) के डोपिंग रोधी मैनेजर के बीच कॉन्फ्रेंस कॉल हुई.
26 जुलाई: बीसीसीआई (BCCI) के बाहरी वकील से अंतिम फैसले का मसौदा मिला.
30 जुलाई: बीसीसीआई (BCCI) का डोपिंग रोधी नियम उल्लघंन (एडीआरवी) में विस्तृत फैसला पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को भेजा गया. इसकी एक प्रति आईसीसी और वाडा को भेजी गई.

पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का निलंबन भी पूर्व से प्रभावी किया गया था. उनका निलंबन 16 मार्च से शुरू होकर 15 नवंबर तक चलेगा जिसके कारण वह साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज में नहीं खेल पाएंगे. पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने बीसीसीआई (BCCI) के डोपिंगरोधी परीक्षण कार्यक्रम के तहत 22 फरवरी 2019 को इंदौर में सैयद मुश्ताक अली ट्रोफी के दौरान यूरिन का सैंपल उपलब्ध कराया था. उनके नमूने में टरबुटैलाइन पाया गया था.