फुटबॉल के क्षेत्र में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक पेले हमेशा फुटबॉल प्रशंसकों के दिलों में रहेंगे, चाहे वे अपने देश में हों या हजारों मील दूर भारत के केरल में।
विजयन ने अपने फेसबुक में लिखा, हो सकता है कि उनका निधन हो गया हो, लेकिन वह केरल के फुटबॉल प्रशंसकों के दिलो-दिमाग से कभी नहीं उतरेंगे। हर चार साल में फुटबॉल वर्ल्ड कप आता है, उस वक्त केरल के हर कोने में पेले की तस्वीर प्रदर्शित की जाती है और यह अपने आप में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के प्रशंसकों के प्यार को बयां करता है।
विजयन आगे कहते हैं कि उनका दुनिया से जाना एक बड़ी क्षति है। दुनिया भर में उनकी फैन फॉलोइंग थी।
नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने कहा कि किंवदंतियां हमेशा अमर होती हैं और पेले ऐसे ही दिग्गज हैं।
82 वर्षीय पेले का ब्राजील के साओ पाउलो में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया, वह कैंसर से संबंधित जटिलताओं से जूझ रहे थे।
बता दें, फुटबॉल की विश्व शासी निकाय फीफा द्वारा महानतम का लेबल, 1999 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा एथलीट ऑफ द सेंचुरी का नाम दिया गया और टाइम मैगजीन की 20वीं सदी के 100 सबसे महत्वपूर्ण लोगों की सूची में शामिल, पेले को 2000 में विश्व खिलाड़ी के लिए चुना गया था। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल हिस्ट्री एंड स्टैटिस्टिक्स (आईएफएफएचएस) द्वारा सेंचुरी और फीफा प्लेयर ऑफ द सेंचुरी अवार्ड के दो संयुक्त विजेताओं में से एक था।
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Source : IANS