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पाकिस्तान को बेहतर टीम बनाने के लिए PCB की नई तरकीब, क्वांटिटी के बजाय क्ववालिटी पर होगा फोकस

खिलाड़ियों की आय भी नए ढांचे के तहत ही निर्धारित की गई है. अब प्रत्येक क्रिकेट संघ के अंदर से 32 गैर-पीसीबी अनुबंधित खिलाड़ियों को वार्षिक घरेलू अनुबंध में शामिल किया जाएगा.

Updated on: 02 Sep 2019, 06:03 AM

लाहौर:

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने घरेलू क्रिकेट में क्वांटिटी के बजाय क्ववालिटी पर अधिक ध्यान देते हुए 2019-20 सीजन के लिए घरेलू क्रिकेट के ढांचे में नया बदलाव किया है. पाकिस्तानी अखबार द नेशन की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू क्रिकेट का नया ढांचा देश में क्लब क्रिकेट को महत्व देगा और युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को क्रिकेट के लिए सबसे अच्छा वातावरण मुहैया कराएगा. इससे पहले, 16 टीमें प्रत्येक सीजन में 69 प्रथम श्रेणी मैचें खेलती थी. लेकिन अब नए ढांचे के मुताबिक, छह टीमें अब केवल 31 प्रथम श्रेणी मैचें खेलेंगी. इनमें 16 टी-20 और 31 वनडे शामिल होगा.

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पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी ने कहा, ''हमें इसकी घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमने अपने घरेलू ढांचे के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. पीसीबी प्रशासन का मुख्य लक्ष्य क्रिकेट में गुणवत्ता में सुधार लाना है. हम अपने प्रदर्शन में इस निरंतरता को बनाए रखना चाहते हैं.'' नए सुधार के तहत पीसीबी ने देश के अंदर राज्यों के क्रिकेट संघों को चलाने के लिए आठ सदस्यीय समिति का गठन किया है. इसके अलावा खिलाड़ियों की आय भी नए ढांचे के तहत ही निर्धारित की गई है. अब प्रत्येक क्रिकेट संघ के अंदर से 32 गैर-पीसीबी अनुबंधित खिलाड़ियों को वार्षिक घरेलू अनुबंध में शामिल किया जाएगा.

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ये खिलाड़ी एक सीजन के दौरान प्रथम श्रेणी, गैर प्रथम श्रेणी, लिस्ट-ए और टी-20 जैसे टूर्नामेंटों में खेल सकेंगे. क्रिकेट संघ साथ ही इन 32 गैर-अनुभवी खिलाड़ियों के अलावा अन्य खिलाड़ियों को भी चुनने के लिए स्वतंत्र होंगे. पीसीबी ने साथ ही नए घरेलू क्रिकेट ढांचे में सुधार के तहत इन घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों में कूकाबुरा गेंद इस्तेमाल करने का फैसला किया है ताकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नमेंटों के लिए घरेलू क्रिकेटरों को तैयार किया जा सके.