logo-image

पैंडोरा पेपर्स : क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का नाम आने से मचा हड़कंप, जानिए वकील ने क्‍या कहा

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट की दुनिया के अनेकों कीर्तिमान हैं. क्रिकेट के रिकॉर्डों के अलावा सचिन तेंदुलकर का नाम दुनिया के शरीफ और साफ सुथरे क्रिकेटर्स में लिया जाता है.

Updated on: 04 Oct 2021, 05:43 PM

नई दिल्‍ली :

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट की दुनिया के अनेकों कीर्तिमान हैं. क्रिकेट के रिकॉर्डों के अलावा सचिन तेंदुलकर का नाम दुनिया के शरीफ और साफ सुथरे क्रिकेटर्स में लिया जाता है. सचिन तेंदुलकर अपने करियर के दौरान कभी भी किसी भी विवाद में नहीं पड़े. हालांकि इस बीच सचिन तेंदुलकर का नाम पैंडोरा पेपर्स की जांच में लिया गया है. पैंडोरा विदेशी कंपनियों, गुप्त बैंक खातों, निजी जेट, नौकाओं, हवेली और यहां तक कि पाब्लो पिकासो, बैंक्सी और अन्य मास्टर्स की कलाकृतियों के गुप्त मालिकों का पदार्फाश करता है. इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स यानी आईसीआईजे की रिपोर्ट के अनुसार केवल सचिन तेंदुलकर ही नहीं, बल्कि पॉप संगीत दिवा शकीरा, सुपर मॉडल क्लाउडिया शिफर और एक इटालियन मॉबस्टर भी विदेशी संपत्ति के गुप्त दस्तावेज रखे वाले लोगों में शामिल है. 

यह भी पढ़ें : IPL 2021 PlayOffs : भगवान भरोसे पंजाब किंग्‍स, KKR की राह में ये हैं रोड़े

इस बीच जब से सचिन तेंदुलकर का नाम सामने आया है तब से हड़कंप सा मचा हुआ है, किसी को भी विश्‍वास ही नहीं हो रहा कि इस तरह की भी किसी लिस्‍ट में क्रिकेट के भगवान का नाम आ सकता है. इस बीच वकील ने कहा है कि क्रिकेट खिलाड़ी का निवेश वैध है और कर अधिकारियों को इसकी घोषणा कर दी गई है. उधर शकीरा के वकील ने कहा कि गायिका ने अपनी कंपनियों की घोषणा की, जिसके बारे में वकील ने कहा कि कर लाभ प्रदान न करें. शिफर के प्रतिनिधियों ने कहा है कि सुपरमॉडल ब्रिटेन में अपने करों का सही भुगतान करती हैं, जहां वह रहती हैं. आईसीआईजे ने 1.19 करोड़ से अधिक गोपनीय फाइलों का भंडार प्राप्त किया और 150 समाचार आउटलेट्स के 600 से अधिक पत्रकारों की एक टीम का नेतृत्व किया, जिन्होंने दो साल तक उनके माध्यम से छानबीन की. पैंडोरा पेपर्स मीडिया जगत के 600 से ज्यादा पत्रकारों की वित्तीय सेवाओं से 1.19 करोड़ दस्तावेजों की जांच पर आधारित है. आईसीआईजे ने हार्ड-टू-फाइंड यानी मुश्किल से मिलने वाले स्रोतों को ट्रैक किया और अदालत के रिकॉर्ड और दर्जनों देशों से अन्य सार्वजनिक दस्तावेजों की भी जांच-पड़ताल की. अधिकांश देशों में, संपत्ति का अपतटीय यानी विदेश में होना या राष्ट्रीय सीमाओं के पार व्यापार करने के लिए शेल कंपनियों का उपयोग करना अवैध नहीं है.

यह भी पढ़ें : IPL दिखाने वाला चैनल बदला जाएगा ! जानिए BCCI की तैयारी!

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का नाम अचानक से गलत वजह से सुर्खियों में आने से हड़कंप मच गया है. अपने करीब 25 साल के क्रिकेट करियर में ऐसा कभी भी नहीं हुआ कि सचिन तेंदुलकर का नाम किसी विवाद में आया हो. पैंडोरा पेपर्स के नाम से लीक हुए करोड़ों दस्तावेज में भारत समेत अन्य कई देशों के वर्तमान एवं पूर्व नेताओं, अफसरों और विख्यात हस्तियों के वित्तीय रहस्यों को उजागर करने का दावा किया गया है. हालांकि आगे देखना होगा कि आगे इसको लेकर नाम हटाया जाता है या नहीं. अगर सचिन तेंदुलकर का नाम अगर गलती से आ गया है तो क्‍या सचिन तेंदुलकर इस मामले में कोई अगला कदम उठाते हैं या नहीं.