पिछले कुछ दिनों में बेन स्टोक्स इंग्लैंड ही नहीं पूरी दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर उभर कर सामने आए हैं. उन्होंने नाबाद 135 रन बनाकर आस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड को अविश्वसनीय जीत क्या दिलाई, इसके बाद तो उनकी शान ने बड़े से बड़े महान क्रिकेटर तक कसीदे पढ़ने लगे. बेन स्टोक्स के नाम के आगे सर से लेकर तरह तरह की उपाधियां तक देने की बात तक कही जा रही है. इन सबके बीच आईसीसी ने कुछ बेन स्टोक्स को लेकर सचिन पर ऐसी टिप्पणी कर दी है जो भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को नागवार गुजर रही है.
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दरअसल आस्ट्रेलिया के खिलाफ बेन स्टोक्स की पारी के बाद आईसीसी ने एक ट्वीट किया है, उसमें दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक और भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का मजाक बनाया गया है. आईसीसी ने ट्वीट में बेन स्टोक्स को दुनिया का सबसे महान क्रिकेटर बताया है. इससे भारतीय क्रिकेट प्रेमी नाराज हैं. इससे पहले जब इंग्लैंड ने विश्व कप क्रिकेट जीता था, उस मैच में भी 84 रनों की शानदार पारी खेली थी, इसी पारी की बदौलत इंग्लैंड विश्व कप जीत सका था, नहीं तो मैच में एक बार तो इंग्लैंड बाहर ही हो गया था, लेकिन बेन स्टोक्स ने अपनी पारी की दम पर मैच मुकाम तक पहुंचाया था. इस मैच के बाद आईसीसी ने ट्वीटर पर एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें बेन स्टोक्स और सचिन तेंदुलकर साथ साथ हैं. इस पर आईसीसी ने लिखा था दुनिया के महानतम क्रिकेटर के साथ सचिन तेंदुलकर.
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उस वक्त भी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन उसके बाद मामला शांत हो गया. अब जब बेन स्टोक्स एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं तो उसी तस्वीर को फिर से ट्वीट किया गया है और लिखा गया है कि हमने तो पहले ही बता दिया था कि बेन स्टोक्स दुनिया के महानतम क्रिकेटर हैं. इससे एक बार फिर इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. सचिन के जो दुनियाभर में प्रशंसक हैं, उनका कहना है कि बेन स्टोक्स ने जो पारी खेली है, उसकी सराहना तो की जानी चाहिए, लेकिन सचिन से ऊपर उठकर उन्हें महानतम क्रिकेटर करार दिया जाना ठीक नहीं होगा. एक अन्य प्रशंसक ने कहा है कि उन्हें लगता है कि सचिन तेंदुलकर इससे अधिक सम्मान के हकदार हैं. 90 के दशक में आखिर में सचिन ने शानदार पारियां खेली हैं, उनकी बराबरी कोई नहीं कर सकता. अंतर केवल इतना ही है कि तब ट्वीटर नहीं था.
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एक प्रशांसक ने तो यहां तक लिख दिया कि इंग्लैंड को दोनों जीत मुफ्त में मिल गई हैं. इसमें खराब अंपायरिंग का भी योगदान रहा है. इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि बेन स्टोक्स अच्छा खेले, लेकिन अगर वह मैच नहीं जीते जाते तो दोनों पारियां सिर्फ अच्छी पारियां ही होकर रह जाती, मैच जिताऊ पारी नहीं कही जातीं. बेन स्टोक्स को सबसे क्रिकेटर कहना हास्यास्पद है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो