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OMG : पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में यह क्‍या कह गए मनोज तिवारी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. पहले कहा गया कि वह विश्वकप क्रिकेट 2019 के बाद संन्यास ले लेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.

Updated on: 23 Aug 2019, 01:23 PM

नई दिल्‍ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. पहले कहा गया कि वह विश्वकप क्रिकेट 2019 के बाद संन्यास ले लेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. विश्वकप के बाद वे सेना के ट्रेनिंग कैंप में जम्‍मू कश्‍मीर चले गए. कोई कह रहा है कि धोनी को अब संन्‍यास ले लाना चाहिए तो कोई कह रहा है कि भारतीय क्रिकेट को अभी धोनी की और जरूरत है. इस बीच कभी भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्‍सा रहे दाएं हाथ के बल्‍लेबाज मनोज तिवारी ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जो अब चर्चा का विषय बन गई हैं. उन्‍होंने कहा कि पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्‍य को लेकर बीसीसीआई को सख्‍त कदम उठाने की जरूरत है.

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मनोज तिवारी इस वक्‍त घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधतव कर रहे हैं. मनोज तिवारी को महेंद्र सिंह धोनी की कप्‍तानी में ही भारत के लिए खेलने का मौका मिला था, हालांकि उनका करियर ज्‍यादा नहीं चल सका. मनोज तिवारी ने कहा कि धोनी के भविष्य को लेकर बीसीसीआई को सख्त कदम उठाने की जरूरत है. कहा कि अब चयनकर्ताओं को सख्‍त कदम उठाने की जरूरत है. मनोज तिवारी की खासियत यह है कि वे अक्‍सर सोशल मीडिया पर ऐसी बातें करते रहते हैं तो चर्चा में आ जाती हैं. तिवारी ने कहा कि यह सच है कि धोनी ने देश के लिए बहुत कुछ किया है, उन्‍होंने टीम को बनाने में काफी योगदान दिया है, लेकिन अब उनके फैसले का वक्‍त आ गया है. पिछले दिनों ही कहा था कि धोनी की जरूरत अभी भी है. वहीं सचिन तेंदुलकर समेत कई पूर्व बल्‍लेबाज कह चुके हैं कि वह समय आ गया है, जब धोनी को खुद टीम से अलग हो जाना चाहिए.

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महेंद्र सिंह धोनी के हालिया प्रदर्शन पर तिवारी ने कहा कि अब धोनी पहले की तरह नहीं खेल पा रहे हैं. उनके खेल में गिरावट आ रही है. मैदान पर सबसे बेहतर टीम को उतरना चाहिए. आगे बोले की भारतीय टीम किसी की निजी संपत्‍ति नहीं है. अब ज्‍यादा समय बिता चुके क्रिकेटरों को बाहर होकर युवाओं को मौका देना चाहिए. कई और प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं, उन्‍हें भी मौका मिलना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि चयनकर्ता अब तक धोनी के पुराने प्रदर्शन को देखते हुए टीम में जगह दे रहे हैं.

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मनोज तिवारी का खुद का करियर काफी छोटा रहा है. उन्‍होंने भारतीय टीम के लिए 2008 से लेकर 2012 तक खेला. इस दौरान मात्र 12 एक दिवसीय मैच खेले, इसमें उन्‍होंने 26 के औसत से 287 रन बनाए. इसमें एक शतक और एक अर्द्धशतक लगाया. उन्‍होंने तीन T-20 मैच भी खेले, लेकिन इन मैचों में सिर्फ एक ही पारी खेल पाए, जिसमें उन्‍होंने 15 रन ही बनाए.