भारत और न्यूजीलैंड (India Vs New Zealand) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच न्यूजीलैंड ने जीत लिया. मैच के चौथे ही दिन पहले ही सत्र में टीम इंडिया (Team India) ने मैच गवां दिया. पहली पारी की तरह टीम इंडिया की दूसरी पारी भी बिखर गई. पहली पारी में 165 रन बना पाने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में भी नहीं संभल पाई और 191 रन बनाकर आउट हो गई. उसके बाद न्यूजीलैंड को यह मैच जीतने के लिए मात्र नौ रन का लक्ष्य मिला, जिसे न्यूजीलैंड ने बिना किसी दिक्कत के हासिल कर लिया. इस तरह से दो टेस्ट मैचों की सीरीज में अब न्यूजीलैंड 1-0 से आगे हो गया है. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (World test championship) में भारत की यह पहली हार है. इससे पहले भारत ने सात टेस्ट खेले थे और सभी में जीत हासिल की थी. भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत ने पहले वेस्टइंडीज को दो टेस्ट में उनके ही देश में हराया. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश को अपने ही देश में हराने में कामयाबी हासिल की. यह भारत की विदेश में दूसरी सीरीज थी, जिसका पहला ही मैच भारतीय टीम हार गई है, भारत को अगर अब यह सीरीज बचानी है तो दूसरा टेस्ट जीतना पड़ेगा. हालांकि बड़ी बात यह रही कि भारतीय टीम ने इस मैच को पारी से नहीं गंवाया और आठ रन की लीड लेने में कामयाबी हासिल की.
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इससे पहले जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो भारतीय टीम के बल्लेबाजों का आउट होना जारी रहा. न्यूजीलैंड दौरे पर लगातार टीम से बाहर बैठे रहने वाले ऋषभ पंत को पहले टेस्ट में मौका दिया गया और उन्होंने करके भी दिखाया. शुरुआती कुछ बल्लेबाजों को छोड़ दिया जाए, तो ऋषभ पंत ही ऐसे बल्लेबाज थे, जिनकी वजह से भारत इस मैच में पारी की हार को टाल पाया. नहीं तो चौथे दिन के खेल की शुरुआत में ही तीन विकेट जल्दी जल्दी गिर गए, लेकिन पंत ने हिम्मत नहीं हारी और दूसरे छोर पर अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते रहे. हालांकि वे भी ज्यादा देर तक नहीं रुक सके और तेज बल्लेबाजी करने के प्रयास में आउट होकर पवेलियन चले गए.
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चौथे दिन पारी की हार बचाने के लिए मैदान में उतरी भारतीय टीम को चौथे दिन का झटका भी जल्दी ही लग गया, जब ट्रेंट बोल्ट ने उप कप्तान अजिंक्य रहाणे को आउट कर दिया. वे अभी 29 रन ही बना सके थे. रहाणे ने कुल 75 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में पांच चौके जड़े. इसके बाद अगले ही ओवर में गेंद टिम साउदी ने संभाली और ओवर की तीसरी ही गेंद पर उन्हें आउट कर दिया. विहारी ने 79 गेंदों का सामना किया और 15 ही बना सके. ऐसे में भारतीय टीम पर हार का संकट मंडराने लगा था. इसके बाद कुछ देर तक अश्विन और ऋषभ पंत क्रीज पर टिके रहे, लगा कि पारी ही हार से तो कम से कम भारत बच ही जाएगा. इसी बीच टिम साउदी की एक गेंद पर आर अश्विन भी अपना विकेट गंवा बैठे. बस फिर क्या था, लगने लगा कि भारत इस मैच को सुबह के सत्र में ही पारी से हार जाएगा. लेकिन भारत के लिए एकमात्र उम्मीद ऋषभ पंत थे, जो अपना नैसर्गिक खेल खेल रहे थे. उसके बाद भारत का पांचवा विकेट 148 रन पर गिर गया, वहीं 148 पर हनुमा विहारी के रूप में सातवां विकेट भी गिर गया. उसके बाद कुछ ही रन और बने थे कि 162 रन के कुल योग पर अश्विन भी आउट हो गए. 189 के स्कोर पर ईशांत शर्मा भी आउट हो गए. इसी के साथ भारत की हार भी तय हो गई. एक छोर पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे ऋषभ पंत भी 25 रन बनाकर 191 के स्कोर पर आउट हो गए. भारत का दसवां विकेट भी 191 पर ही गिरा. भारत इस तरह से आठ रन की ही लीड ले पाया और न्यूजीलैंड को नौ रन का मामूली स लक्ष्य मिला. जिसे न्यूजीलैंड ने बिना किसी नुकसान के हासिल कर लिया.
Source : Pankaj Mishra