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तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत को बीसीसीआई की तरफ से बड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई की तरफ से कहा गया है कि श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध जारी रहेगा। आपको बता दे कि दिल्ली की अदालत ने मैच फिक्सिंग के आरोपों में श्रीसंत को बरी कर दिया था। इसके बाद अपने ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध को लेकर श्रीसंत ने प्रतिबंध हटाने के लिए पुर्नविचार याचिका डाली थी जिसे बीसीसीआई ने खारिज कर दिया।
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा कि बोर्ड अनुशासन बनाए रखने को लेकर बेहद गंभीर है. सितंबर 2013 के फैसले में जिसमें श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया तो, उसमें कोई बदलाव नहीं है।
श्रीसंत ने टीम इंडिया की ओर से 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट क्रिकेट में 87, वनडे में 75 और टी20 में सात विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं. केरल के इस तेज गेंदबाज ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच, टेस्ट के रूप में अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था. श्रीसंत 2007 में टी20 वर्ल्डकप और 2011 में वर्ल्डकप जीती भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं।
2015 में दिल्ली पुलिस ने उन पर और दो अन्य खिलाड़ियों पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय ने इन तीनों खिलाड़ियों को बरी कर दिया था.
आजीवन प्रतिबंध के कारण श्रीसंत बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त कोई भी लीग मैच नहीं खेल सकते और न ही बीसीसीआई या उससे संबंध रखने वाले किसी राज्य संघ के स्टेडियम में अभ्यास कर सकते हैं।
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Source : News Nation Bureau