Advertisment

दिल्ली टेस्ट में आउट होने पर स्मिथ बोले: यह मेरा सबसे अच्छा क्षण नहीं था

दिल्ली टेस्ट में आउट होने पर स्मिथ बोले: यह मेरा सबसे अच्छा क्षण नहीं था

author-image
IANS
New Update
New Delhi

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ ने स्वीकार किया है कि वह दिल्ली में दूसरे टेस्ट में स्वीप शॉट का प्रयास करते समय आउट हो जाने से खुद से बहुत नाराज थे।

स्मिथ ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज क्रीज पर जमने में समय लेंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट बुधवार से होल्कर स्टेडियम में शुरू हो रहा है।

33 वर्षीय स्मिथ भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर दिल्ली में दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन सीरीज का अपना पहले रिवर्स शॉट खेलने की कोशिश में आउट हुए थे।

स्मिथ के हवाले से क्रिकेटडॉटकॉमडॉटएयू ने कहा, मैंने 95 टेस्ट मैच खेले हैं और मुझे याद नहीं आता कि मैं मैदान से ऐसे बाहर आया हूं। मैं खुद से पूछ रहा हूं कि मैं क्या कर रहा हूं।

तीसरे टेस्ट में पैट कमिंस की अनुपस्थिति में स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान संभालेंगे। उन्होंने कहा, मैंने 95 (94) टेस्ट मैच खेले हैं और मैं इस तरह से काफी कम बार आउट हुआ हूं। पता नहीं मैं क्या करने का प्रयास कर रहा था। मैं बहुत गुस्से में था। मेरे करियर में बहुत बार ऐसा नहीं हुआ है। मैं अपने फैसले से चकित था।

उन्होंने आगे कहा, मैं इस तरह से बिल्कुल नहीं खेलना चाहता था। विपक्षी टीम ने उस तरह से फील्ड सेट की थी, जैसा हम चाहते थे। उनके कई खिलाड़ी सीमा रेखा पर थे। हम शायद जल्दबाजी कर गए। इस बारे में हम अपनी टीम मीटिंग में बात करेंगे। बुधवार को जब हम मैदान पर होंगे तो थोड़े संयम के साथ चीजों को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। हमे जल्दबाजी में कुछ नहीं करना है और ऐसी चीजें नहीं करनी है, जिसमे जोखिम हो। (दिल्ली टेस्ट में) हमारे खिलाड़ियों के पास स्ट्राइक रोटेट करने का अच्छा मौका था लेकिन हम हड़बड़ी में थे।

दूसरे टेस्ट के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास अपनी गलतियों पर काम करने का अच्छा-खासा समय मिला है। दूसरे टेस्ट में जिस तरह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने प्रदर्शन किया था, उससे वह काफी निराश थे और निश्चित ही उन्होंने इस पर काम भी किया होगा।

अश्विन और रवींद्र जडेजा के सामने सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, ज्यादातर टीमें इसी तरह से परेशान रहती हैं। बल्लेबाजों के कुछ समझने से पहले ही ये दोनों गेंदबाज विपक्षी टीम को बैकफुट पर धकेल देते हैं।

स्मिथ ने कहा, यह कहीं से भी आसान नहीं होने वाला है। वे (भारतीय टीम) जानते हैं कि जब वह मैच में आपसे आगे हों तो किस तरह से आपसे गलतियां करवाई जाए। वह अपनी शर्तों पर खेलते हैं। जब आप दबाव में हों तो आपको जल्दबाजी नहीं करनी होगी और कोशिश करनी होगी खेल को थोड़ा धीमा किया जाए। किसी भी बल्लेबाज के लिए भारत में अपनी पारी की शुरूआत करना सबसे ज्यादा कठिन है। हमें पता है कि जब आप मैदान पर उतरेंगे तो आपको काफी सतर्क रहना होगा।

स्मिथ ने आगे कहा, मैंने पहले टेस्ट में 30 रन बनाये थे। मार्नस (लाबुशेन) को भी बढ़िया शुरूआत मिली थी। हालांकि हम इसे बड़ी पारी में तब्दील करने में सफल नहीं हो पाए थे। एक भी बढ़िया साझेदारी खेल का रूख बदल सकती है। मुझे लगता है कि पीट (हैंड्सकॉम्ब) ने भी पहली पारी में काफी अच्छी बल्लेबाजी की थी। अगर उनके साथ एक और बल्लेबाज टिका रहता तो शायद हम और अच्छा कर सकते थे।

स्मिथ ने उम्मीद जताई कि कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने से उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ फॉर्म हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, मैं कमिंस की अनुपस्थिति में कप्तानी संभालने को लेकर काफी रोमांचित हूं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment