क्रिकेट के मैदान पर अपने समय में अपनी ऑफ स्पिन से बल्लेबाजों को नचाने वाले मुथैया मुरलीधरन श्रीलंका में उत्तरी प्रांत के गवर्नर बनाए जा सकते हैं. ऐसी खबरें हैं कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, तमिल समुदाय से संबंध रखने वाले मुरलीधरन को उत्तरी प्रांत का गवर्नर बना सकते हैं.
गोटाबाया राजपक्षे ने 2005 से 2015 के बीच रक्षा मंत्री रहने के दौरान तमिल संगठन लिट्टे का खात्मा किया था. लिट्टे से लड़ाई में आम तमिलों को हुई समस्याओं के कारण तमिल अल्पसंख्यकों ने चुनाव में राजपक्षे का साथ नहीं दिया था. राजपक्षे पर युद्ध अपराधों का आरोप लगा था.
टेस्ट में 800 विकेट लेने वाले मुरली मूलत: भारतीय तमिल हैं जो श्रीलंका के कैंडी में रहते हैं. उन्होंने गोटाबाया का खुलकर समर्थन किया था. इस वजह से तमिल मुरलीधरन से खुश नहीं बताए जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक, मुरली को श्रीलंका के तमिल बहुल इलाके उत्तरी प्रांत के गवर्नर की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इस बात की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बता दें कि श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने अपने छोटे भाई गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से इस्तीफा मांगा है. ऐसी पहले ही आशंका थी कि गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति बनते ही प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे पर दबाव बनाया जाएगा, जिसकी शुरुआत मंगलवार से हो भी गई.
Source : आईएएनएस