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कभी मुंबई की सड़कों पर गोलगप्पे बेचते थे यशस्वी जयसवाल, महज 17 साल की उम्र में जड़ा दोहरा शतक

यशस्वी की इस पारी में 12 छक्के और 17 छक्के शामिल हैं. यशस्वी के दोहरे शतक की बदौलत मुंबई ने 50 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 358 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया.

Updated on: 16 Oct 2019, 05:41 PM

New Delhi:

मुंबई का एक दुबला-पतला सा लड़का, जो कभी मायानगरी की सड़कों पर गोलगप्पे बेचा करता था.. आज वो ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है. जी हां, ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे इस लड़के का नाम यशस्वी जयसवाल है. सिर्फ 17 साल का यशस्वी जयसवाल कोई साधारण लड़का नहीं बल्कि एक जबरदस्त बल्लेबाज है, जिसने विजय हजारे ट्रॉफी 2019 में मुंबई के लिए खेलते हुए झारखंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही यशस्वी लिस्ट-ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले देश के सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं. बेंगलुरू में खेले गए इस मैच में मुंबई के लिए ओपनिंग करने आए यशस्वी ने 154 गेंदों पर 203 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली.

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यशस्वी की इस पारी में 12 छक्के और 17 छक्के शामिल हैं. यशस्वी के दोहरे शतक की बदौलत मुंबई ने 50 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 358 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया. मुंबई द्वारा दिए गए 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी झारखंड की पूरी टीम 46.4 ओवर में 319 रन बनाकर ढेर हो गई. इसी के साथ मुंबई ने इस अहम मैच में झारखंड को 38 रनों से हरा दिया. आपको जानकर हैरानी होगी कि यशस्वी ने झारखंड के लिए खेल रहे दो अंतरराष्ट्रीय दर्जे के गेंदबाजों वरुण ऐरॉन और शाहबाज नदीम की भी जमकर धुनाई की.

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यशस्वी का बचपन घनघोर संघर्ष में ही बीत गया. उनके बचपन की स्थितियों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई साल तक टेंट में रहकर ही अपना जीवन काटा. इतना ही नहीं, अपनी दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने के लिए वे मुंबई की सड़कों पर गोलगप्पे बेचते थे. इसी दौरान ऐसे भी कई मौके आते थे जब उन्हें भूखे पेट भी सोना पड़ता था. 17 साल की उम्र में दोहरा शतक जड़ने वाला ये बल्लेबाज मूल रूप से उत्तर प्रदेश के भदोही का रहने वाला है, लेकिन अफसोस मुंबई में बसने के बाद यशस्वी ने कभी भी अपने गांव का मुंह नहीं देख पाए.