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एमएस धोनी के दान पर क्यों मचा हंगामा और क्या है पूरी सच्चाई, यहां जानिए पूरी कहानी

तो खबरों में एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी हैं. लेकिन धोनी खबरों में क्यों हैं, न तो आईपीएल हो रहा और न ही कहीं और क्रिकेट खेला जा रहा है. तो फिर ऐसा क्या हो गया जो धोनी अचानक से सुर्खियों में आ गए.

Updated on: 28 Mar 2020, 09:31 AM

New Delhi:

तो खबरों में एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी हैं. लेकिन धोनी खबरों में क्यों हैं, न तो आईपीएल हो रहा और न ही कहीं और क्रिकेट खेला जा रहा है. तो फिर ऐसा क्या हो गया जो धोनी अचानक से सुर्खियों में आ गए. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिये 50 लाख रुपये दान किये हैं. भारत के प्रमुख खिलाड़ियों में से यह अब तक सबसे बड़ी दान राशि है. कइयों ने अपनी तनख्वाह देने का ऐलान किया है जबकि कइयों ने चिकित्सा उपकरण दिये हैं. बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 50 लाख रूपये के चावल गरीबों में बांटने का ऐलान किया था. सचिन तेंदुलकर ने 25 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष और 25 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है. वह दोनों में अपना योगदान देना चाहते थे.

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस जानलेवा वायरस के खिलाफ जारी जंग में पुणे में एक चैरिटी के जरिये एक लाख रुपये दान दिये हैं. हालांकि, धोनी पर जान छिड़कने वाले उनके फैंस ही माही से नाराज हो गए हैं. फैंस का मानना है कि इस संकट की घड़ी में धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी को दान में एक बड़ी राशि देनी चाहिए थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी की सालाना कमाई करीब 800 करोड़ रुपये है और ऐसे में उनके द्वारा दिया गया एक लाख रुपये का दान काफी कम है.

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दरअसल लोगों के गुस्से की वजह यह थी कि उन्हें यह बात अच्छी नहीं लगी कि सालाना करोड़ों रुपये कमाने वाले और करीब आठ सौ करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक सिर्फ एक लाख रुपये की रकम दान में कैसे कर सकते हैं. इसके बाद देखते ही देखते कुछ ही देर में धोनी ऐसे लोगों के गुस्से के कोपभाजन का शिकार हो गए. इतना सब होने के बाद सामने आईं धोनी की पत्नी साक्षी. जिन्होंने दूध का दूध और पानी का पानी करने की कोशिश की.

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जब खबर पत्नी साक्षी तक पहुंची, तो वह ट्रोल करने वाले और मीडिया पर जमकर बरसीं. धोनी की पत्नी साक्षी ने ट्विट किया और लिखा कि मैं सभी मीडिया हाउस से आग्रह करती हूं कि इस संवेदनशील समय में कृपया गलत खबरें ना फैलाएं. आपको शर्म आनी चाहिए. हैरान हूं कि जिम्मेदार पत्रकारिता कहां गायब है.

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साक्षी धोनी ने तो जो कहा तो सो कहा, लेकिन सवाल यही है कि क्या धोनी ने एक लाख रुपये डोनेट किए हैं. यह सवाल इसलएि भी कि साक्षी ने जो ट्वीट किया, उसमें यह नहीं बताया गया है कि धोनी ने डोनेशन दिया है कि नहीं. अगर दिए हैं तो एक लाख रुपये ही दिए हैं या फिर यह खबर गलत है और उन्होंने ज्यादा पैसे डोनेशन में दिए हैं.

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दरअसल मामला यह था कि पुणे की एक एनजीओ ने लोगों की मदद के लिए 12.30 लाख रुपये इकट्ठे करने का लक्ष्य बनाया था. इसमें एक लाख रुपये कम पड़ रहे थे. ऐसे में एमएस धोनी ने मुकुल माधव फाउंडेशन को लक्ष्य में सहयोग के लिए एक लाख रुपये दिए. यह फाउंडेशन लॉकआउड में अगले 14 दिनों के दौरान करीब सौ मजदूर परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था करेगा. धोनी द्वारा दी गई मदद का इस्तेमाल प्रभावित मजदूरों को दी जाने वाले किट के लिए होगा. इस किट में साबुन, चावल, आटा, तेल, दाल, बिस्कुट, चीनी, मसाले आदि होंगे. हालांकि यह खबर इस रूप में आई कि लोगों ने समझा कि धोनी ने अपनी तरफ से सिर्फ एक लाख रुपये ही दान में दिए हैं.