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धोनी नहीं चाहते थे, टीम इंडिया के लिए खेलें विराट कोहली, जानें पूरा माजरा

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के कई रिकार्ड अब टूट चुके हैं. जो बचे हुए हैं, वह भी जल्द ही टूटते हुए दिखाई देंगे. जिस बल्लेबाज ने सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा रिकार्ड तोड़े हैं, उसका नाम विराट कोहली हैं.

Updated on: 04 Apr 2020, 09:51 AM

New Delhi:

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के कई रिकार्ड अब टूट चुके हैं. जो बचे हुए हैं, वह भी जल्द ही टूटते हुए दिखाई देंगे. जिस बल्लेबाज ने सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा रिकार्ड तोड़े हैं, उसका नाम विराट कोहली हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब भारतीय टीम के कप्तान एमएस धोनी नहीं चाहते थे कि विराट कोहली टीम इंडिया के लिए खेलें. धोनी ही नहीं, तब के बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन भी नहीं चाहते थे कि विराट कोहली टीम इंडिया के लिए खेलें, लेकिन इसके बाद भी विराट कोहली खेले और उसके बाद भारतीय टीम के कप्तान भी बने. 

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दरअसल भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने एक इंटरव्यू के दौरान बडा़ खुलासा किया है. क्रिकट्रैकर को दिए गए इंटरव्यू में दिलीप वेंगसरकर ने बताया कि एक वक्त् था जब एमएस धोनी नहीं चाहते थे कि विराट कोहली भारत के लिए खेलें. दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि बात साल 2008 की है, जब वे चयन समिति के अध्यक्ष हुआ करते थे. उन्होंने बताया कि भारत ने उसी साल अंडर 19 विश्व कप जीता था. इस विश्व कप में विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया था. इसके बाद जब भारतीय टीम को श्रीलंका दौरे पर जाना था, तो चयनकर्ताओं ने विराट कोहली का चयन कर लिया. इसके बाद एमएस धोनी और तब के कोच गैरी क्रिस्टेन ने कहा था कि उन्होंने विराट कोहली को खेलते हुए नहीं देखा है, इसलिए विराट कोहली को खिलाने की वजाय पुरानी टीम ही उतारी जाएगी.

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हालांकि दिलीप वेंगसकर ने कहा था कि उन्होंने विराट कोहली को खेलते हुए देखा है, हमें उस लड़के को टीम में लेना चाहिए. दिलीप वेंगसर ने कहा कि उन्हें खुद लगता था कि विराट कोहली को श्रीलंका ले जाने का यही सही वक्त है, लेकिन एमएस धोनी और गैरी क्रिस्टेन इससे सहमत नहीं थे.

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पूर्व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने यह भी खुलासा किया कि उस वक्त एमएस धोनी और तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन एस बद्रीनाथ को टीम में शामिल करना चाहते थे. तब बद्रीनाथ अच्छा खेल रहे थे और उन्होंने टीम में शामिल होने के लिए मजबूत दावा ठोका था. दिलीप वेंगसरकर ने यह भी कहा कि तब आईपीएल शुरू हो चुका था और बद्रीनाथ चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते थे. वहीं चेन्नई सुपरकिंग्स जिसके सहमालिक श्रीनिवासन थे. इसलिए बद्रीनाथ को टीम इंडिया में शामिल करने का उनके ऊपर काफी दवाब था. हालांकि वेंगसरकर ने दोनों को टीम में शामिल किया. यानी टीम में जहां एक ओर उनकी खुद की पसंद विराट कोहली थे, वहीं दूसरी ओर एमएस धोनी और श्रीनिवासन की पसंद एस बद्रीनाथ भी थे. हालांकि इसके बाद साल 2008 में दिलीप वेंगसरकर को चयनकर्ता के पद से हटा दिया गया और चयनसमिति के नए अध्यक्ष क्रिस श्रीकांत बना दिए गए थे.

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आपको याद होगा कि श्रीलंका दौरे में ही विराट कोहली ने 18 अगस्त 2008 को अपना पहला वन डे मैच खेला था और इस मैच में उन्होंने 22 गेंदों में 12 रन की पारी खेली थी. शुरुआती कुछ मैचों में विराट कोहली कुछ खास नहीं कर पाए थे, लेकिन लगातार मौके मिलते रहे और उसके बाद विराट कोहली शानदार बल्लेबाज बनते चले गए. आज विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रिकार्ड विराट कोहली के ही नाम हैं.