भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा बुधवार को जारी 26 सदस्यीय वार्षिक अनुबंध की सूची में शामिल नहीं है।
इसका कारण उनके ऊपर पत्नी ने जो घरेलू हिंसा और व्यभिचार के आरोप लगाए हैं उसको माना जा रहा है। अब बीसीसीआई ने भी इसको लेकर बयान जारी किया है।
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, 'बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी की निजी जिंदगी से जुड़ी तमाम रिपोर्टों पर संज्ञान लिया है। यह पूरी तरह से निजी मामला और बीसीसीआई का इससे कोई लेना देना नहीं है। लेकिन इस मामले से जुड़ी महिला कोलकाता में पुलिस आयुक्त से मिली है तो बीसीसीआई की तरफ से यह विवेकपूर्ण होगा कि वह किसी तरह की आधिकारिक जांच का इंतजार करे।'
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उन्होंने कहा, 'हम फिर से दोहराना चाहेंगे कि इस फैसले का शमी की एक खिलाड़ी के रूप में योग्यता से कोई लेना देना नहीं है बल्कि यह वर्तमान परिस्थितियों में बचाव के लिए लिया गया है।'
बीसीसीआई को चिंता है कि अगर शमी के खिलाफ लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं तो बोर्ड की छवि खराब हो सकती है।
(आईएनएस इनपुट्स)
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Source : News Nation Bureau