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'जब मैंने विश्व रिकॉर्ड तोड़ा तो कोई नहीं जानता था, लेकिन अब पूरी दुनिया महिला क्रिकेट देख रही है'

मिताली ने कहा कि जब उन्होंने साल 2002 में सर्वोच्च व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था, उस वक्त लोगों को उनके रिकॉर्ड के बारे में नहीं पता था.

Updated on: 20 Feb 2020, 05:32 PM

नई दिल्ली:

भारतीय महिला क्रिकेट टीम (वनडे) की कप्तान मिताली राज ने बताया कि महिलाओं का खेल किस तरह से बदल गया है. मिताली ने कहा कि जिस समय से वे आईसीसी महिला टी20 विश्व कप खेल रही हैं, उस समय से महिला क्रिकेट में काफी बदलाव आ चुका है. उन्होंने कहा कि महिला क्रिकेट में सबसे बड़ा बदलाव ये हुआ है कि अब फैंस जानने लगे हैं कि उनकी राष्ट्रीय टीम के साथ क्या हो रहा है. मिताली ने कहा कि जब उन्होंने साल 2002 में सर्वोच्च व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था, उस वक्त लोगों को उनके रिकॉर्ड के बारे में नहीं पता था. कप्तान ने कहा कि उस समय जब तक लोग अखबार में खबरें न पढ़ लें, उन्हें महिला क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं मालूम चलता था.

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मिताली ने आईसीसी के कॉलम में लिखा, ''लेकिन अब टेलीविजन और सोशल मीडिया के जरिए सभी लोग महिला क्रिकेट की खबरें प्राप्त कर लेते हैं. आज के समय में काफी कुछ बदल चुका है. अब लोगों में महिला क्रिकेट की भी खबरें जानने की इच्छा होती है. पहले हमारे पास प्रेरणा के तौर पर केवल पुरुष क्रिकेटर ही होते थे, क्योंकि टीवी पर हमें केवल पुरुष क्रिकेट ही देखने को मिलता था. आज एक युवा लड़की एक महिला क्रिकेटर के रूप में एक रोल मॉडल हो सकती है और मुझे लगता है कि मैंने जो सबसे बड़ा मौका देखा है, वह यही है.''

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मिताली राज ने आगे लिखा, ''मैं आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2020 को लेकर काफी उत्साहित हूं. साल 2017 में जब मैंने 50 ओवर क्रिकेट के विश्व कप में हिस्सा लिया था, तब से लेकर अभी तक के बीच महिला क्रिकेट की पहुंच में काफी विस्तार हुआ है. महिला क्रिकेट अब दुनिया के कोने-कोने में लाइव दिखाया जाता है. यही वजह है कि लोगों के बीच महिला क्रिकेट की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है.''