logo-image

टीम इंडिया की जीत पर रो रहे थे लक्ष्मण, जानिए क्‍या बोले 

टीम इंडिया ने हाल ही में ऑस्‍ट्रेलिया को उसी जमीन पर टेस्‍ट सीरीज में 2-1 से हराया था, टीम इंडिया पहला  टेस्‍ट हार गई थी और उसके बाद टीम ने वापसी की. दूसरा टेस्‍ट जीतने से सीरीज बराबरी पर आ गई और उसके बाद तीसरा टेस्‍ट ड्रॉ हो गया.

Updated on: 02 Feb 2021, 05:01 PM

नई दिल्‍ली :

टीम इंडिया ने हाल ही में ऑस्‍ट्रेलिया को उसी जमीन पर टेस्‍ट सीरीज में 2-1 से हराया था, टीम इंडिया पहला  टेस्‍ट हार गई थी और उसके बाद टीम ने वापसी की. दूसरा टेस्‍ट जीतने से सीरीज बराबरी पर आ गई और उसके बाद तीसरा टेस्‍ट ड्रॉ हो गया. चौथे टेस्‍ट से ही सीरीज का नतीजा तय होना था. चौथा मैच गाबा में खेला जाना था, जहां ऑस्‍ट्रेलिया की टीम पिछले करीब 30 साल से भी ज्‍यादा वक्‍त से हारी नहीं थी, ऐसे में किसी को भी उम्‍मीद नहीं थी कि टीम इंडिया ये मैच जीतकर सीरीज भी अपने नाम कर पाएगी. ज्‍यादा से ज्‍यादा यही कहा जा रहा था कि अगर टेस्‍ट ड्रॉ भी हो जाए तो भी सीरीज बराबरी पर खत्‍म हो जाएगी. लेकिन आखिरी दिन टीम इंडिया ने पहाड़ जैसा लक्ष्य को हासिल कर न केवल मैच जीता, बल्‍कि सीरीज भी अपने नाम कर ली.

यह भी पढ़ें : ऋषभ पंत और जोए रूट को मिला आईसीसी का 'प्लेयर ऑफ द मंथ' अवॉर्ड

इस टेस्‍ट जीत को टीम इंडिया की अब तक की सबसे बड़ी जीतों में से एक माना जा रहा है. इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी ने टीम की तारीफ की थी. अब टीम इंडिया के पूर्व कलात्‍मक बल्‍लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि जिस दिन भारतीय टीम ने वो मैच जीता था, उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. स्‍पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि जब ऋषभ पंत ने विनिंग चौका मारा तो वे इमोशनल हो गए थे. लक्ष्मण ने बताया कि आखिरी टेस्‍ट के पांचवें दिन का खेल वे अपने पूरे परिवार के साथ देख रहे थे. जब ऋषभ पंत और वॉशिंगटन सुंदर बल्‍लेबाजी कर रहे थे, उस वक्‍त उन्‍हें काफी चिंता हो रही थी. उन्‍होंने कहा कि जब आप खुद नहीं खेल रहे होते हैं तो इमोशंस को कंट्रोल रखना मुश्‍किल हो जाता है. 

यह भी पढ़ें : पूर्व तेज गेंदबाज मर्व ह्यूज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल

इसके साथ ही लक्ष्मण ने ये भी कहा कि वे चाहते थे कि टीम इंडिया ऑस्‍ट्रेलिया को हराकर सीरीज पर कब्‍जा करे और वही हुआ भी. खास तौर पर उस मैदान पर जहां ऑस्‍ट्रेलिया पिछले कई दशक से कोई मैच हारा ही न हो. लक्ष्मण ने कहा कि इससे पहले वे तब रोए थे, जब टीम इंडिया ने साल 2011 में विश्‍व कप की ट्रॉफी पर कब्‍जा किया था. उन्‍होंने कहा कि वे हमेशा से विश्‍व विजेता टीम का हिस्‍सा होना चाहते थे.