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Kapil Dev : 'कुछ लोगों को प्रॉब्लम होगी', BCCI के नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के बाद सामने आया कपिल देव का बड़ा बयान

Kapil Dev : पूर्व भारतीय दिग्गज कपिल देव ने बीसीसीआई द्वारा नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में उठाए कदम की सराहनी की है. उनका कहना है कि बोर्ड ने बिलकुल सही कदम उठाया है...

Updated on: 01 Mar 2024, 06:28 PM

नई दिल्ली:

Kapil Dev : भारतीय क्रिकेट ऑफ कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट जारी कर दी है. जब से बोर्ड ने 2023-24 के नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट जारी की है, तब से क्रिकेट जगत से खलबली से मची हुई है. बीसीसीआई ने बड़े ही सख्त कदम उठाते हुए स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया. ये दोनों ही खिलाड़ी टीम इंडिया से बाहर होने के बाद घरेलू क्रिकेट में नहीं खेल रहे थे. यहां तक कि बीसीसीआई द्वारा कहे जाने के बाद भी इन्होंने घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज किया. अय्यर और ईशान के कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर होने के बाद तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. अब लिस्ट में पूर्व विश्व विजयी कप्तान कपिल देव का नाम भी जुड़ गया है. 

कपिल देव का रिएक्शन भी आया सामने

कपिल देव (Kapil Dev) ने भी बीसीसीआई द्वारा घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज करने वाले खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किए जाने के फैसले का समर्थन किया है. कपिल देव ने अपने एक बयान में कहा, "हां, कुछ खिलाड़ियों को जरूर नुकसान होगा, कुछ लोगों को तकलीफ भी होगी, लेकिन होने दो, देश से बढ़कर कोई नहीं है. मैं BCCI द्वारा घरेलू क्रिकेट की सुरक्षा करने के लिए उठाए गए इस कदम के लिए बधाई देता हूं."

पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा, "मुझे यह देखकर बहुत दुख होता था कि इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने पैर जमाने के बाद खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को बिलकुल अहमियत नहीं देते थे. ये मैसेज देने का एकदम सही समय था और BCCI का यह अहम कदम घरेलू क्रिकेट की साख को बचाने में लंबे समय तक मदद करेगा."

खेलना चाहिए घरेलू क्रिकेट

पूर्व दिग्गज भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि, जब इंटरनेशनल खिलाड़ियों के पास खाली समय हो, तो उनको घरेलू क्रिकेट को प्रथमिकता देनी चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं इस प्रोसेस में हमेशा से विश्वास करता हूं कि इंटरनेशनल खिलाड़ी खुद को अपने राज्य की ओर से खेलने के लिए अवेलेवल रखें. इससे डोमेस्टिक प्लेयर्स की भी काफी मदद होती है. साथ ही ये एक बहुत अच्छा तरीका है राज्य एसोसिएशन को उन उनकी सर्विसेस के लिए पे बैक करने का, जिसकी मदद से खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेटतक पहुंच सका."