संन्यास के बाद बोली झूलन गोस्वामी, सर्वश्रेष्ठ देने के योग्य नहीं थी

झूलन गोस्वामी ने कहा है कि एक साथ दोनों प्रारुप में खेलते रहना उनके लिए मुश्किल हो गया था और अब वह वनडे पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं।

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sankalp thakur
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संन्यास के बाद बोली झूलन गोस्वामी, सर्वश्रेष्ठ देने के योग्य नहीं थी

टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने कहा है कि एक साथ दोनों प्रारुप में खेलते रहना उनके लिए मुश्किल हो गया था और अब वह वनडे पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। झूलन ने कहा, 'यह कुछ खास था जिसके बारे में मैं काफी समय से सोच रही थी। अब मैं वनडे पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं क्योंकि मुझे लगता है कि मैं दोनों प्रारुप में अपना सर्वश्रेष्ठ देने योग्य नहीं थी।'

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यह पूछे जाने पर कि अब विश्व कप शुरू में केवल तीन माह का समय ही बचा है तो क्या ऐसे में उनके इस फैसले का असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ेगा, उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि टीम में काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। मैं यह नहीं कह सकती कि वे मेरी जगह लेंगे या नहीं, लेकिन मुझे विश्वास है कि जिस तरह की प्रतिभा हमारे पास है, हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।'

35 साल की झूलन ने 68 टी-20 मैचों में 56 विकेट हासिल किए हैं, जिनमें 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट भी शामिल हैं जो उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है।उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 में पदार्पण किया था और इस वर्ष जून में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टी-20 मैच खेला था। इस मैच में भारत को तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

2002 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाली झूलन में वनडे क्रिकेट में अब तक सर्वाधिक विकेट ले चुकीं हैं। उन्होंने 169 मैचों में 203 विकेट हासिल किए हैं। इसके अलावा उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 40 विकेट चटकाए हैं।

Source : IANS

retirement Jhulan Goswami
      
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