INDvNZ : जसप्रीत बुमराह के साथ खड़े हुए ईशांत शर्मा, बोले- राय इतनी जल्दी बदलती है, जानें पूरा मामला
भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (India vs New Zealand 1st Test) के पहले दो दिन तक बहुत ज्यादा प्रभावी न रहने वाले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं.
भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (India vs New Zealand 1st Test) के पहले दो दिन तक बहुत ज्यादा प्रभावी न रहने वाले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं.
ईशांत शर्मा Ishant Sharma( Photo Credit : gettyimages)
India vs New Zealand Test Series :भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (India vs New Zealand 1st Test) के पहले दो दिन तक बहुत ज्यादा प्रभावी न रहने वाले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं. दो दिन के खेल में न्यूजीलैंड के पांच विकेट गिर चुके थे, लेकिन यार्कर किंग के नाम से दुनियाभर में मशहूर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को इसमें से एक भी विकेट नहीं मिला है. इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे पर ही जब T20 और वन डे मैच हो रहे थे, जब भी जसप्रीत बुमराह ज्यादा विकेट नहीं ले सके थे, वहीं उन्होंने रन भी काफी ज्यादा दे दिए थे, अब इसी मामले को लेकर भारतीय टीम के सबसे सीनियर गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) भी सामने आए हैं और उन्होंने अपने साथी गेंदबाज का जमकर बचाव भी किया है.
भारतीय टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ियों में से एक ईशांत शर्मा को उन लोगों के रवैये को लेकर बड़ी हैरानी होती है, जो जसप्रीत बुमराह के पिछले दो वर्षों के प्रदर्शन की अनदेखी करके उनकी काबिलियत पर सवाल उठा रहे हैं. भारत के लिए 97 टेस्ट मैच खेल चुके अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने अपने साथी मोहम्मद शमी की तरह ही जसप्रीत बुमराह के आलोचकों को जवाब दिया. ईशांत शर्मा ने अपने साथी का बचाव करते हुए पूछा, यह हैरानी की बात है कि राय एक पारी के बाद बदल जाती है. ईशांत शर्मा ने कहा कि पिछले दो वर्षों से हमने हमेशा 20 विकेट चटकाए हैं, मैं, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने एश या जड्डू ऐसा कर रहे हैं. एक टेस्ट पारी के आधार पर लोग कैसे सवाल पूछ सकते हैं? ईशांत शर्मा ने कहा, मुझे नहीं लगता कि किसी को भी बूम की काबिलियत पर शक है. अपने पदार्पण से ही उसने जो कुछ भारत के लिए हासिल किया है, मुझे नहीं लगता कि किसी को भी कोई सवाल उठाने चाहिए. उधर मोहम्मद शमी ने भी जसप्रीत बुमराह के तीन वनडे में विकेट नहीं चटका पाने के बारे में पूछने पर यही बात कही थी.
आपको बता दें की न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में कप्तान विराट कोहली टॉस हार गए थे और टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरना पड़ा. भारतीय बल्लेबाज इस मैच में कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके और पूरी टीम 165 रन बनाकर ही आउट हो गई थी. उसके बाद न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया. खासतौर पर कप्तान केन विलियमसन और अपना 100 वां टेस्ट खेल रहे रॉस टेलर ने अच्छी बल्लेबाजी की और खूब रन भी बनाए. मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने भारत पर रनों के लिहाज से 51 रन की लीड ले ली थी.
आपको यह भी बता दें कि तीन सप्ताह पहले ईशांत शर्मा रणजी ट्राफी मैच में चोट लगने के कारण इस सीरीज से लगभग बाहर ही हो चुके थे, लेकिन 24 घंटे का सफर करके पहले टेस्ट से ठीक 72 घंटे पहले पहुंचे थे. इसके बाद भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. पहले दिन के आखिरी सेशनल में जब टीम इंडिया ने जल्दी जल्दी विकेट गिराए और मैच में वापसी की कोशिश की तो उसमें भी ईशांत शर्मा का ही बड़ा योगदान रहा. हालांकि दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ईशांत शर्मा ने कहा था, मैं दो दिन से सोया नहीं हूं और आज काफी थकान लग रही थी. मैं जैसे गेंदबाजी करना चाहता था, वैसे कर नहीं पाया हूं. मुझे खेलने के लिए कहा गया और मैं खेला. टीम के लिए कुछ भी कर सकता हूं. उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि मैं अपनी गेंदबाजी से खुश नहीं हूं. मैं अपने शरीर से खुश नहीं था क्योंकि पिछली रात मैं 40 मिनट ही सो सका था. टेस्ट मैच से पहले मैं तीन घंटे ही सो सका था. ईशांत ने कहा था, यात्रा की थकान से जल्दी उबरने से आप मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं. अच्छी नींद से बेहतर रिकवरी कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि चोट लगने के बाद उन्हें लगा था कि वह टेस्ट मैच नहीं खेल सकेंगे. उन्होंने कहा, सारा श्रेय एनसीए सहयोगी स्टाफ को जाता है क्योंकि उन्होंने काफी मेहनत की. हमें लगा नहीं था कि मैं टेस्ट खेल सकूंगा क्योंकि चोट ही ऐसी थी. मैंने सोचा कि अगर खेल सका तो खेलूंगा वरना क्या कर सकते हैं. अगर चोट लगनी ही है तो आप टायलेट में भी गिर सकते हैं. उन्होंने कहा, मैंने एनसीए पर दो दिन में 21 ओवर डाले और तभी मुझे लगा कि मैं खेल सकता हूं. इतना लंबा सफर करके यहां आने से हालांकि काफी थकान हो गई.