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IPL 2017: 5 कारण जिसने लिखी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की आईपीएल 10 में हार की स्क्रिप्ट

आईए जानते हैं क्या कारण रहा जो खिताब जीतने की दावेदार आरसीबी प्ले ऑप से भी बाहर हो गई

Updated on: 01 May 2017, 09:21 PM

नई दिल्ली:

आईपीएल 10 की सबसे मजबूत टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आईपीएल 10 में ये हाल होगा कि टीम प्ले ऑफ में भी नहीं जा पाएगी किसने सोचा था। लेकिन जरुरी नहीं कि किसी फिल्म की स्कृप्ट कागज पर अगर अच्छी तो पर्दे पर भी अच्छी ही रहें। ऐसा ही हाल है आरसीबी का, टीम कागज़ पर बहुत मजबूत थी लेकिन जब मैदान पर उतरी तो नाम बड़े और दर्शन छोटे साबित हुए।

आईए जानते हैं क्या कारण रही जो खिताब जीतने की दावेदार आरसीबी प्ले ऑप से भी बाहर हो गई।

1-इंजर्ड शुरुआत

आईपीएल 10 की खिताबी जंग में उतरने से पहले ही आरसीबी के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली, एवी डिविलियर्स चोटिल थे और शुरुआती मैच नहीं खेल पाए। वहीं टीम के एक और बल्लेबाज़ के एल राहुल भी चोट के कारण आईपीएल 10 से बाहर हो गए। ऐसे में टीम की शुरुआत ही 'इंजर्ड' हुई थी।

2-ओपनिंग को लेकर कंफ्यूज़ रही टीम

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए आईपीएल 10 में सबसे बड़ी समस्या यह रही कि टीम अपने ओपनिंग को लेकर कंफ्यूज़ रही। आरसीबी ने 5 मैचों में अपनी सलामी बल्लोबाज़ों की जोड़ी बदली। आईपीएल 10 में बल्लेबाज़ी के लिहाज से सबसे मजबूत टीम मानी जाने वाली आरसीबी अपने सलामी बल्लेबाज़ क्यो नहीं तय कर पाई यह समझ से पड़े है।

3-बड़े बल्लेबाज़ो का खराब फॉर्म

आईपीएल में पिछले साल 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले आरसीबी के कप्तान विराट कोहली से उम्मीद की जा रही थी कि इस बार भी वह टीम के लिए 'रन मशीन' साबित होंगे लेकिन कोहली ने सबको निराश किया और 5 पारियों में 164 रन ही बना पाए हैं।

इनके अलावा डेविलियर्स ने 150, क्रिस गेल 152 और शेन वाटसन 61 रन ही बना पाए हैं। टीम के धाकड़ बल्लेबाज़ों का खामोश बल्ला आरसीबी की हार की स्कृप्ट लिखने के लिए काफी था। आरसीबी की तरफ से केदार जाधव ने सबसे ज्यादा 9 पारियो में 206 रन बनाए।

4-कमजोर गेंदबाज़ी

आरसीबी के गेंदबाज़ों का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है। आईपीएल 10 शुरू होने से पहले ही मिशेल स्टार्क का आईपीएल 10 में खेलने से मना करने के कारण टीम को बड़ा झटका लगा था। बाद में उनकी जगह टीम में शामिल हुए टाईमल मिल्स ने अपनी गेंदबाज़ी से खासा प्रभाव नहीं डाला। मिल्स ने 5 मैचो से 8.57 की औसत से 5 विकेट लिए। टीम का कोई भी अन्य पेस बॉलर नहीं चला हालांकि टीम के स्पिन अटैक ने अच्छा किया और युजवेन्द्र चहल ने 10 विकेट सैमुएल बद्री ने 8 विकेट और पवन नेगी 7 विकेट झटके लेकिन दूसरी तरफ से स्पोर्ट न होने के कारण टीम की गेंदबाज़ी विरोधियों को परेशानी में डालने में सफल नहीं हो पाई।

5- इरादों में कमी
विराट कोहली ने बताया कि खराब प्रदर्शन का एक और कारण रहा खिलाड़ियों में इरादे की कमी, टीम एकजुट होकर नहीं खेली टीम मैदान पर जीत के इरादे से नहीं उतरी। जीत की भूख और हार कीमत पर बेहतर प्रदर्शन करने का इरादा खिलाड़ियों में इस सीजन नहीं दिखा।