logo-image

महेंद्र सिंह धोनी से मिली प्रेरणा, दिल्ली के मोक्ष मुरगई ने छोटी उम्र में हासिल की बड़ी सफलताएं

दिल्ली के मोक्ष मुरगई ने बहुत ही कम समय में अपने खेल से सभी को प्रभावित किया है और अपनी अलग पहचान बनाई है.

Updated on: 02 Sep 2020, 05:18 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट के खेल में आए दिन एक से बढ़कर एक नया टैलेंटेड खिलाड़ी आता रहता है. मौजूदा समय में टीम इंडिया की मजबूती का मुख्य कारण उनके युवा और टैलेंटेड खिलाड़ी ही हैं. महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद अब टीम इंडिया में सभी युवा खिलाड़ी ही रह गए हैं. ऐसे ही भारत के एक युवा टैलेंटेड उभरते हुए सितारे मोक्ष मुरगई भी हैं. मोक्ष ने बहुत ही कम समय में अपने खेल से सभी को प्रभावित किया है और अपनी अलग पहचान बनाई है.

ये भी पढ़ें- टीम इंडिया को नहीं मिला किट स्पॉन्सर, बीसीसीआई को हो सकता है करोड़ों का नुकसान

दिल्ली के रहने वाले मोक्ष मुरगई बताते हैं कि महज 7 साल की उम्र से ही क्रिकेट सितारे महेंद्र सिंह धोनी से प्रेरित होकर उन्होंने क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत की. अभी कुछ दिन पहले उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का खेल अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था. उन्होंने अपने कॉलेज टीम की कप्तानी भी की है, जिसमें टीम को कई जीत भी दिलाई है. वहीं मोक्ष ने सब-जूनियर (अंडर 14), जूनियर (अंडर 16) और सीनियर्स (अंडर 19) सभी श्रेणियों में भूमिका निभाई है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले सीजन में मोक्ष मुरगई ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 1200 से भी ज्यादा रन बनाए थे. दाएं हाथ के बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर मोक्ष मुरगई का ये दृढ संकल्प ही था कि उन्हें 2019-20 में मेरठ के एसएच स्पोर्ट्स के साथ अनुबंध करने का मौका मिला. इसके अलावा मोक्ष मुरगई ने रेलवे रणजी ट्रॉफी और अंडर-23 कैंप में भी हिस्सा लिया है. वे लखनऊ में साल 2019 में आयोजित एक टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें- 32 साल के हुए टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, यहां देखें उनके सभी आंकड़े

मोक्ष के पास अब तक घरेलू क्षेत्र में 250 से ज्यादा विकेट के साथ 30 से अधिक शतक और 50 से अधिक अर्ध शतक का रिकॉर्ड है. मोक्ष ने रेलवे की रणजी ट्रॉफी और अंडर 23 कैंप में भी भाग लिया है. उन्होंने आगे कहा, ''मेरे परिवार ने अभी तक मेरा भरपूर साथ दिया है. मेरे बुरे समय में भी मेरा परिवार मेरे साथ एक ताकतवर स्तंभ की तरह खड़े रहे.'' मोक्ष ने 2018 के एक टूर्नामेंट में लखनऊ में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है.

अपनी फिटनेस और प्रतिभा के राज के बारे में मोक्ष बताते हैं कि वह छत पर ही रोजाना 4-5 घंटे से अधिक वर्क आउट करते है. इसमें उसके फिटनेस सेशन, नेट सेशन, फील्डिंग सेशन और कूल डाउन सेशन शामिल होते है. मोक्ष पीठ की एक एक गंभीर समस्या से भी जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने सपने को नहीं छोड़ा. उन्होंने बताया कि वे अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए छोटी-सी उम्र में ही कई बड़े त्याग कर चुके हैं क्योंकि उनके लिए फिलहाल क्रिकेट से बढ़कर कुछ नहीं है.