INDvBAN : विश्व कप जीतने के बाद बांग्लादेशी अभद्रता पर पहली बार बोले भारतीय कप्तान, दिया शानदार जवाब
भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने कहा कि पहला अंडर 19 विश्व कप जीतने के बाद बांग्लादेश के खिलाड़ियों का बर्ताव ‘भद्दा ’ था.
Potchefstroom:
भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने कहा कि पहला अंडर 19 विश्व कप जीतने के बाद बांग्लादेश के खिलाड़ियों का बर्ताव ‘भद्दा ’ था. भारत को रविवार को फाइनल में हराने के बाद कुछ बांग्लादेशी क्रिकेटर जश्न मनाते समय सीमा लांघ गए थे. उनके कप्तान अकबर अली ने इस ‘अप्रिय घटना’ के लिए माफी भी मांगी थी. भारतीय कप्तान गर्ग ने कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी. प्रियम गर्ग के हवाले से क्रिकइन्फो ने कहा, हम सहज थे. यह खेल का हिस्सा है. कभी आप जीतते हैं तो कभी हारते हैं. उनकी प्रतिक्रिया भद्दी थी. ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन ठीक है, चलता है. मैच के दौरान भी बांग्लादेशी खिलाड़ी काफी आक्रामक थे, जबकि उनके तेज गेंदबाज शरीफुल इस्लाम ने हर गेंद पर भारतीय बल्लेबाजों के साथ छींटाकशी की. विजयी रन लेने के बाद भी उनका रवैया ऐसा ही था.
यह भी पढ़ें ः INDVNZ : तीसरे वन डे के लिए न्यूजीलैंड ने बुलाए अपने दो धाकड़ गेंदबाज, भारत के लिए मुश्किल
अकबर अली ने हालांकि कहा, जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ. फाइनल में जज्बात उमड़ आते हैं और कई बार खिलाड़ियों का उन पर काबू नहीं रहता. उन्होंने कहा, युवाओं को इससे बचना चाहिए. हमें विरोधी का सम्मान करना चाहिए, खेल का सम्मान करना चाहिए. क्रिकेट भद्रजनों का खेल है. मैं अपनी टीम की ओर से माफी मांगता हूं. भारत ने पिछले साल एशिया कप फाइनल और त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में बांग्लादेश को हराया था. अकबर अली ने कहा, भारत बांग्लादेश प्रतिद्वंद्विता ऐसी ही है. हम एशिया कप फाइनल में उनसे हारे थे तो मुझे लगता है कि कहीं बदले की बात खिलाड़ियों के जेहन में थी. मैं उनकी ओर से माफी मांगता हूं. भारतीय टीम प्रबंधन के एक करीबी सूत्र ने बताया कि मैच काफी तनाव में खेला गया, लेकिन मैच के बाद जो हुआ, उसमें भारतीय खिलाड़ियों की कोई गलती नहीं थी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें