नंबर-4 पर बैटिंग को लेकर रिषभ पंत ने दिया बड़ा बयान, दिल खोलकर कही सारी बातें

विश्व कप में नंबर पर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए चार पारियों में कुल 116 रन ही बना पाए. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में जब सभी की निगाहें रिषभ पंत पर टिकी थीं.

विश्व कप में नंबर पर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए चार पारियों में कुल 116 रन ही बना पाए. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में जब सभी की निगाहें रिषभ पंत पर टिकी थीं.

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Sunil Chaurasia
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नंबर-4 पर बैटिंग को लेकर रिषभ पंत ने दिया बड़ा बयान, दिल खोलकर कही सारी बातें

Image Courtesy: IANS/ Twitter

टीम इंडिया इन दिनों नंबर 4 के बल्लेबाज को लेकर काफी परेशान है. तमाम कोशिशों के बावजूद टीम को अभी तक नंबर 4 के लिए कोई योग्य बल्लेबाज नहीं पाया है. टीम मैनेजमेंट ने विश्व कप में विजय शंकर और युवा बल्लेबाज रिषभ पंत (ऋषभ पंत) को भी मौका दिया लेकिन दोनों ही बल्लेबाज इस तलाश को भुनाने में असफल रहे. विश्व कप में नंबर पर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए चार पारियों में कुल 116 रन ही बना पाए. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में जब सभी की निगाहें रिषभ पंत पर टिकी थीं, ऐसे में उन्होंने पूरे देश को निराश किया और टीम को मुसीबत में डालकर पवेलियन लौट गए थे. हालांकि रिषभ पंत में किसी भी स्थान पर खेलने की जबरदस्त क्षमता और योग्यता है लेकिन उन्हें जब अपनी योग्यता दिखाने का मौका दिया गया तब वे पूरी तरह से फेल हो गए. टीम इंडिया के लिए नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए रिषभ पंत बीते काफी समय से लगातार अभ्यास भी कर रहे हैं.

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टीम इंडिया के बैटिंग ऑर्डर के लिए सिरदर्द बने इस पोजिशन को लेकर पंत ने एक इंटरव्यू में मीडिया के सवालों के जवाब भी दिए. उन्होंने कहा, 'मैं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करना पसंद करता था. यह मेरे लिए कुछ भी नया नहीं था, जैसा कि मैंने पहले नंबर 4 पर खेला था. मैं उसी भूमिका के लिए अभ्यास कर रहा था. ये कोई विशिष्ट तरीका या शैली नहीं है जिसके तहत मैं खेलता हूं. मैं हमेशा स्थिति के अनुसार खेलता हूं. मुझे नहीं पता कि लोग क्या कहते हैं, क्योंकि मैं बहुत ज्यादा अखबार नहीं पढ़ता हूं.' पंत ने कहा, 'मैं फॉर्मेट के बारे में ज्यादा नहीं सोचता. हां, शायद मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने सें मदद मिली.

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पंत ने कहा, ''मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने का अच्छा अनुभव है. लोग कहते थे कि टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन है. इसलिए मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, कैसे पारी का निर्माण करना है, जब बल्लेबाजी क्रम में नीचे खेलना है, तो किस तरह से बल्लेबाजी करनी है. टेस्ट क्रिकेट में हर दिन कुछ सीखने को मिलता है. खासतौर पर जब आपको पूरे दिन मैदान में फील्डिंग करने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए आना पड़ता है. यह एक अलग अनुभव है. खासकर वनडे और टी 20 में, चीजें बहुत तेजी से होती हैं.'' गौरतलब है कि टीम इंडिया के वेस्टइंडीज दौरे के लिए बीसीसीआई के चयन कमेटी ने रिषभ पंत को वनडे, टी-20 और टेस्ट तीनों सीरीज के लिए टीम में चुना है. वेस्टइंडीज की बेजान पिचों पर रिषभ पंत की बल्लेबाजी काफी अहम होगी कि वे ऐसी धीमी पिचों के साथ कैसा बर्ताव करते हैं. निश्चित तौर पर पंत के भविष्य के लिए वेस्टइंडीज का दौरा काफी अहम साबित होने वाला है.

Source : Sunil Chaurasia

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