भारतीय टेनिस के सर्वश्रेष्ठ सिंगल खिलाड़ी में से एक सोमदेव देवबर्मन ने संन्यास की घोषणा कर दी है। लगातार बुरे फॉर्म से जूझने के कारण सोमदेव ने प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास लिया।
सोमदेव ने जब 2008 में टेनिस में पदार्पण किया था, तब से वह भारत के स्टार एकल खिलाड़ी थे। सोमदेव आखिरी बार 2 साल पहले यूएसए एफ10 में खेलने उतरे। जिसमें सोमदेव को 3-6, 2-6 से मात मिली थी।
सोमदेव ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, '2017 की शुरूआत नये तरीके से पेशेवर टेनिस से संन्यास लेकर कर रहा हूं। सभी का इतने सालों तक मेरा समर्थन करने और इतना प्यार देने के लिये शुक्रिया।'
इस 31 वर्षीय खिलाड़ी का करियर 2012 में कंधे में चोट के बाद थम सा गया। जिसके बाद लगातार चोटों ने सोमदेव को घेरे रखा।
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डेविस कप में कोच बनना चाहते हैं सोमदेव
पिछले कुछ समय से प्रतिस्पर्धी टेनिस नहीं खेल रहे सोमदेव ने जीशान की जगह डेविस कप टीम का कोच बनने में रुचि दिखाई है। सोमदेव भारत के सफलतम एकल खिलाड़ी हैं। सोमदेव एटीपी की रैंकिंग में दुनिया के 62वें खिलाड़ी रहे हैं। वहीं 13 अक्टूबर को जारी रैंकिंग लिस्ट में 740 पर पहुंच गये।
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सोमदेव की उपलब्धियां
- एशियाई खेलों की पुरुष एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
- सोमदेव ने राष्ट्रमंडल खेलों में भी पुरुष एकल स्वर्ण जीता। एटीपी टूर पर वह लगातार प्रभावी प्रदर्शन करते रहे।
- भारत की डेविस कप टीम के नियमित सदस्य सोमदेव 14 मुकाबलों में खेले हैं।
- 2010 में भारत को विश्व ग्रुप में पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका अदा की थी।
- चेन्नई ओपन एटीपी टेनिस चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुँचने वाले पहले भारतीय एवं किसी भी एटीपी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचने वाले दूसरे भारतीय हैं।
- उनसे पहले प्रकाश अमृतराज जुलाई 2008 में अमेरिका के न्यूपोर्ट में आयोजित हॉल ऑफ फेम टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचे थे।
Source : News Nation Bureau