logo-image

विश्व कप में खेलना हर खिलाड़ी की जिंदगी का सपना, मौका मिला तो खुद को साबित करूंगा : श्रेयस अय्यर

अय्यर ने कहा कि वो देवधर ट्रॉफी के फाइनल मैच में मिले मोमेंटम को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे और चयनकर्ताओं ने जो उन पर विश्वास दिखाया है, उसमें खुद को साबित करके दिखाएंगे.

Updated on: 29 Oct 2018, 06:46 AM

नई दिल्ली:

वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई टी -20 टीम का हिस्सा बने श्रेयस अय्यर ने शनिवार को देवधर ट्रॉफी के फाइनल के बाद न्यूज नेशन से बात की. अपने आगामी T20 दौरे को किस प्रकार से देख रहे हैं के सवाल पर श्रेयस ने कहा कि यह एक ऐसा मौका है जिसमें अगर वो खुद को साबित करने में कामयाब हो जाते हैं तो वह विश्व कप में भारत के लिए खेलने के ख्वाब को पूरा कर पाएंगे.

उन्होंने कहा कि वो देवधर ट्रॉफी के फाइनल मैच में मिले मौजूदा फॉर्म को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे और चयनकर्ताओं ने जो उन पर विश्वास दिखाया है, उसमें खुद को साबित करके दिखाएंगे.

गौरतलब है कि INDIA B की कप्तानी करते हुए श्रेयस अय्यर ने फाइनल में 148 रनों की पारी खेली. हालांकि उनकी टीम खिताब जीत पाने में असफल रही.

इससे पहले जब अय्यर को वेस्टइंडीज के खिलाफ बचे हुए तीन ODI मैचों में नहीं चुना गया तो उन्होंने कहा कि फुटबॉल में अपने क्लबों के लिए शानदार खेल दिखाने के बाद भी कई खिलाड़ी फीफा विश्व कप के लिए अपने देश की टीम में जगह नहीं बना पाते हैं.

और पढ़ें: आखिर महेंद्र सिंह धोनी को T20 सीरीज से बाहर करने के पीछे क्या है असली कारण, खराब प्रर्दशन या फिर बदले की कार्रवाई 

श्रेयस ने कहा, ‘ऐसा सिर्फ क्रिकेट में नहीं होता है, बल्कि फुटबॉल और दूसरे खेलों में भी ऐसा ही होता है। आपने देखा होगा कि क्लबों के लिए शानदार खेलने वाले कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलती है। इन छोटी-छोटी बातों से मुझे वह करने की प्रेरणा मिलती है जो मैं अभी कर रहा हूं।’

आपको बता दें कि राष्ट्रीय टीम के लिए 6 एकदिवसीय और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का मौका भी मिला है लेकिन टीम के नियमित सदस्य नहीं बन पाए।

अय्यर ने कहा, ‘मुझे इस बात का एहसास है कि ऐसा केवल मेरे नहीं बल्कि कई अन्य खिलाड़ियों के साथ भी हो रहा है। मैं दूसरे खिलाड़ियों की निराशा को महसूस कर सकता हूं। मुझे लगता है कि यह हर खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है। उन्हें इससे निपटना होगा।’

और पढ़ें: Asian Hockey Championship Trophy 2018: जापान को हरा कर फाइनल में पहुंचा भारत, खिताब के लिए पाकिस्तान से होगी भिड़ंत 

उन्होंने कहा कि पहले वह भी इन बातों से प्रभावित होते थे लेकिन अब इस पर ध्यान नहीं देते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं लगातार मैच खेल रहा हूं। इसलिए एक बार में एक मैच के बारे में सोचता हूं क्योंकि चयन मेरे हाथ में नहीं है। मेरा काम रन बनाना है और अब मैं सिर्फ इसी बात पर ध्यान देता हूं।’

अय्यर वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई टी -20 टीम का हिस्सा हैं लेकिन कई बार बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था।