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रवि शास्त्री (Ravi Shahtri) के कोच पद पर मंडरा रहा खतरा, जानें क्या है वजह

BCCI के आचरण अधिकारी डीके जैन (D.K. Jain) ने क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) की समिति को शनिवार हितों के टकराव के संबंध में एक नोटिस भेजा गया है.

Updated on: 29 Sep 2019, 01:20 PM

highlights

  • भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री के पद पर मंडरा रहा खतरा. 
  • BCCI के आचरण अधिकारी डीके जैन (D.K. Jain) ने CAC के अध्यक्ष और कपिल देव  की समिति को हितों के टकराव के संबंध में एक नोटिस भेजा गया है.
  • मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) के सदस्य संजीव गुप्ता ने सीएसी समिति में शामिल तीनों सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

नई दिल्ली:

आने वाले कुछ दिनों में Indian cricket team के कोच रवि शास्त्री (Ravi shahstri) की परेशानियां बढ़ सकती हैं. दरअसल इंडियन टीम में कोच रवि शास्त्री के चयन किए जाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. BCCI के आचरण अधिकारी डीके जैन (D.K. Jain) ने क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) की समिति को शनिवार हितों के टकराव के संबंध में एक नोटिस भेजा गया है.

अब परेशानी की बात ये है कि यदि यह समिति हितो के टकराव में दोषी पाई जाती है तो फिर टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को दोबारा कोच बनाए जाने का फैसला भी सवालों के घेरे में होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 10 अक्टूबर तक इस समिति को नोटिस का जवाब देना है.

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मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) के सदस्य संजीव गुप्ता ने सीएसी समिति में शामिल तीनों सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. बता दें कि पूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) की अध्यक्षता वाली इसी समिति ने अगस्त में रवि शास्त्री को भारतीय टीम का मुख्य कोच चुना था.

संजीव गुप्ता ने शिकायत की है कि सीएसी सदस्य क्रिकेट से जुड़े और भी कई कामों में शामिल रहते हैं. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव सीएसी के अलावा क्रिकेट कॉमेंट्री करते हैं जबकि एक फ्लडलाइट कंपनी के मालिक भी हैं साथ ही वह भारतीय क्रिकेटर्स संघ के सदस्य भी हैं.

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एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि अगर समिति जिसने भारतीय टीम के मुख्य कोच का चुनाव किया है उनको हितो के टकराव मामले में दोषी पाया जाता है तो फिर कोच शास्त्री की नियुक्ति की प्रक्रिया को दोबारा से करना होगा. एक नई समिति का दोबारा से गठन करना होगा और कोच के नियुक्ति की पूरी प्रक्रिया को दोबारा से करना होगा. बीसीसीआई के नए संविधान को ध्यान में रखते हुए सभी चीजों को दोबारा से करना होगा.