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IND vs WI: टी-20, वनडे के बाद अब टेस्ट में भी विंडीज को क्लीन स्वीप करने की फिराक में टीम इंडिया

गेंदबाजी में हालांकि विंडीज ने कुछ हद तक प्रभावित किया था. केमार रोच और शेनन गैब्रिएल की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान जरूर किया था.

Updated on: 29 Aug 2019, 04:17 PM

नई दिल्ली:

पहले टेस्ट में एकतरफा जीत हासिल करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से सबीना पार्क मैदान पर मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे एवं आखिरी टेस्ट में अपने मौजूदा प्रदर्शन को जारी रखना चाहेगी. वहीं, विंडीज टीम चाहेगी कि उसके खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म करें. पहले टेस्ट में भारत ने विंडीज को खेल के सभी विभागों में मात दी थी. पहले दिन के शुरुआती सत्र को अगर छोड़ दिया जाए तो विंडीज की टीम कभी भी भारत पर हावी नहीं रह पाई थी. भारत की पहली पारी में उसने 30 रनों के भीतर ही भारत के तीन विकेट चटका दिए थे लेकिन उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे और निचले क्रम में रवींद्र जडेजा के अर्धशतकों के दम पर भारत संभल गया था.

रहाणे ने दूसरी पारी में शतक जमाया था और कप्तान विराट कोहली तथा हनुमा विहारी के साथ मजबूत साझेदारियां कर विंडीज के सामने मजबूत लक्ष्य रखा था. मेहमान टीम के तीन बल्लेबाजों को छोड़कर सभी का प्रदर्शन संतोषजनक रहा था. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत की वजह रहे चेतेश्वर पुजारा और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का बल्ला शांत रहा था. इस मैच में यह दोनों बल्लेबाज रन करने की फिराक में होंगे. युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का बल्ला भी नहीं चला था तथा उनकी विकेटकीपिंग भी ठीक नहीं रही थी. यहां कोहली, पंत को बाहर कर अनुभवी रिद्धिमान साहा को अंतिम-11 में ला सकते हैं.

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वहीं गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज पैर नहीं जमा पाए थे. इशांत ने पहली पारी में पांच विकेट अपने नाम किए थे तो बुमराह ने दूसरी पारी में पांच विकेट झटके थे. जडेजा ने गेंद से भी अच्छा योगदान दिया था. पहले टेस्ट में जडेजा को रविचंद्रन अश्विन के ऊपर तरजीह दिए जाने की कई पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की थी लेकिन इस हरफनमौला खिलाड़ी ने अपने खेल से सभी को चुप करा दिया था. गेंदबाजी में कोहली कोई बदलाव के साथ उतरें इसकी संभावना बेहद कम है. अश्विन को एक बार फिर बेंच पर बैठे देखा जा सकता है. वहीं अगर विंडीज की बात की जाए तो उसके लिए चिंता के विषय काफी सारे हैं.

पहले मैच के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने कहा था कि बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी और बड़े स्कोर करने होंगे. इस बात को उनके बल्लेबाज सबिना पार्क की पिच पर कितनी शिद्दत से अंजाम दे पाते हैं यह मैच में ही पता चलेगा. टीम का कोई भी बल्लेबाज इस मैच में अर्धशतक तक नहीं जमा सका था. रोस्टन चेज ने पहली पारी में 48 रन बनाए थे जो विंडीज की तरफ से पहले मैच में सर्वोच्च स्कोर था. टीम के शीर्ष बल्लेबाजों में शुमार शाई होप, शिमरन हेटमायेर, क्रैग ब्रैथवेट रन नहीं कर पाए थे. इस मैच में इन चारों पर टीम के स्कोरबोर्ड पर मजबूत स्कोर टांगने का दबाव होगा.

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गेंदबाजी में हालांकि विंडीज ने कुछ हद तक प्रभावित किया था. केमार रोच और शेनन गैब्रिएल की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान जरूर किया था लेकिन दूसरे छोर से समर्थन न मिलने और पाटा विकेट होने के कारण यह दोनों ज्यादा कुछ असर नहीं डाल पाए थे. मिगेल कमिंस इस मैच से बाहर हो गए हैं. उनके स्थान पर कीमो पॉल को टीम में जगह मिली है. पॉल का टीम में अंतिम-11 में आना तय माना जा रहा है. विंडीज में भारत को मात देने का माद्दा है लेकिन इसके लिए उसे सही फैसले और निरंतरता के साथ खेलना जरूरी होगा.

टीमें (संभावित):
भारत: विराट कोहली (कप्तान), अंजिक्य रहाणे (उप-कप्तान), मयंक अग्रवाल, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), चेतेश्वर पुजारा, लोकेश राहुल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), इशांत शर्मा, रोहित शर्मा, हनुमा विहारी और उमेश यादव.

वेस्टइंडीज: जेसन होल्डर (कप्तान), क्रेग ब्रैथवेट, डैरेन ब्रावो, शामर्ह ब्रूक्स, जॉन कैम्पबेल, रोस्टन चेज, रहकीम कॉर्नवॉल, शेनन गैब्रिएल, जैह्मर हेमिल्टन, शिमरॉन हेटमायर, शे होप, कीमो पॉल और केमार रोच.