logo-image

IND vs WI: विराट सेना के कंधों पर टीम इंडिया की लाज बचाने की चुनौती, वेस्टइंडीज इतिहास रचने के लिए बेकरार

टी-20 से लेकर पहले वनडे तक टीम इंडिया की फील्डिंग ज्यादा अच्छी नहीं रही है. पिछले मैच में भी श्रेयस अय्यर ने हेटमायेर का कैच छोड़ा था जिसका टीम को हार के तौर पर खामियाजा भुगतना पड़ा था.

Updated on: 17 Dec 2019, 04:42 PM

नई दिल्ली:

वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में खेले पहले गए पहले मैच में एकतरफा मात खाने वाली भारतीय टीम के सामने दूसरे वनडे में वापसी करने की चुनौती है. यहां एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार को दोनों टीमें तीन मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मैच के लिए मैदान में उतरेंगी. चेन्नई में खेले गए पहले मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को 8 विकेट से हराकर 1-0 की बढ़त ले ली है और अब उसकी नजरें सीरीज जीतने पर टिकी हुई हैं. इस वक्त भारत के लिए सीरीज में बने रहना सबसे बड़ी चुनौती है. टीम इंडिया के लिए यह चुनौती इसलिए है क्योंकि पहले मैच में भारतीय टीम का संयोजन उसकी हार की वजह बना था. इस मैच में भी अगर कप्तान विराट कोहली सही संयोजन के साथ नहीं उतरे तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी कि वनडे में सातवें नंबर की टीम दूसरे नंबर पर काबिज भारत को एक बार फिर पटखनी दे और सीरीज अपने नाम करे.

ये भी पढ़ें- इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका ने घोषित की टीम, 6 नए खिलाड़ी हुए शामिल

भारतीय टीम की गेंदबाजी पहले मैच में कमजोर रही थी. शिमरॉन हेटमायर और शे होप ने आसानी से भारतीय गेंदबाजों पर हमला किया और टीम को जीत दिला ले गए. यहां दीपक चाहर, शिवम दुबे उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाए थे जिसकी जरूरत थी. यही हाल मोहम्मद शमी का भी रहा. स्पिनरों में कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा भी प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे. दूसरे मैच में भारत गेंदबाजी में बदलाव कर सकती है. बल्लेबाजी में कोहली बदले हुए संयोजन के साथ उतरें इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता. यहां केदार जाधव को बाहर भेजा जा सकता है. चेन्नई में ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर ने अर्धशतकीय पारियां खेल कर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया था, लेकिन अंत में इन दोनों के आउट होने के बाद ज्यादा रन नहीं आए थे.

ये भी पढ़ें- ICC Awards: एलिसे पेरी को ODI और एलिसा हेली को T20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड, देखें लिस्ट

बल्लेबाजी और गेंदबाजी में तो भारत संयोजन बदल सकता है लेकिन उसकी एक और चिंता फील्डिंग है. टी-20 से लेकर वनडे तक भारत की फील्डिंग ज्यादा अच्छी नहीं रही है. पिछले मैच में भी श्रेयस ने हेटमायेर का कैच छोड़ा था जिसका टीम को हार के तौर पर खामियाजा भुगतना पड़ा था. वहीं विंडीज इस मैच में आत्मविश्वास और भरोसे के साथ जाएगी कि वह भारत को उसके घर में हरा सकती है. विंडीज के पास 2006 के बाद से भारत में पहली वनडे सीरीज जीतने का मौका है और कप्तान किरॉन पोलार्ड अपनी कप्तानी में यह इतिहास रचने की पूरी कोशिश करेंगे. बल्लेबाज एक बार फिर होप और हेटमायेर के जिम्मे होगी लेकिन सुनीए एम्ब्रीस जैसे बल्लेबाज को भारत हल्के में नहीं ले सकती. यही हाल रॉस्टन चेज का भी है.

ये भी पढ़ें- आर्थिक तंगी की चपेट में आयरलैंड क्रिकेट बोर्ड, अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज रद्द की

टीमें (संभावित):
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), मयंक अग्रवाल, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडेय, ऋषभ पंत, शिवम दुबे, केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, मोहम्मद शमी और शार्दूल ठाकुर.

वेस्टइंडीज: किरॉन पोलार्ड (कप्तान), सुनील एम्ब्रीस, शे होप, खारी पिएरे, रॉस्टन चेज, अल्जारी जोसेफ, शेल्डन कॉटरेल, ब्रेंडन किंग, निकोलस पूरन, शिमरॉन हेटमायर, इविन लुइस, रोमारिया शेफर्ड, जेसन होल्डर, कीमो पॉल और हेडन वॉल्श जूनियर.

(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)