Ind Vs SA: डरबन वनडे में जीत के इरादे से उतरेगी भारतीय टीम

अब गुरुवार से शुरू हो रही छह वनडे मैचों की सीरीज में भारत उसी बढ़े हुए मनोबल के साथ दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

अब गुरुवार से शुरू हो रही छह वनडे मैचों की सीरीज में भारत उसी बढ़े हुए मनोबल के साथ दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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sankalp thakur
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Ind Vs SA: डरबन वनडे में जीत के इरादे से उतरेगी भारतीय टीम

तीन टेस्ट मैचों के शुरुआती दो मैच हारने के बाद भारत ने तीसरे टेस्ट में शानदार वापसी करते हुए बल्लेबाजों की कब्रगाह बन चुकी वांडर्स की पिच पर संघर्षपूर्ण जीत हासिल कर अपने मनोबल को काफी ऊंचा कर लिया था।

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अब गुरुवार से शुरू हो रही छह वनडे मैचों की सीरीज में भारत उसी बढ़े हुए मनोबल के साथ दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। दोनों टीमें पहले वनडे में किंग्समीड स्टेडियम में आमने-सामने होंगी।

भारतीय टीम के लिए वनडे सीरीज में एक और अच्छी बात यह है कि उसके पास अब महेंद्र सिंह धोनी जैसा अनुभवी खिलाड़ी भी होगा।

वहीं, दक्षिण अफ्रीका को सीरीज से पहले ही बड़ा झटका लगा है। सीरीज के शुरुआती तीन मैचों के लिए उसके मुख्य बल्लेबाज अब्राहम डिविलियर्स चोटिल होकर बाहर हो गए हैं। उनकी जगह युवा खायलिहले जोंदो पदार्पण कर सकते हैं।

अगले साल होने वाले विश्व कप में तकरीबन 14 महीने का ही समय बचा है। भारत की निगाह इस पर होगी और वह इस दौरे के साथ उसकी तैयारियों जुटना चाहेगा।

अगले साल तक भारतीय टीम को विदेशों में काफी मैच खेलने हैं। इस दौरे के बाद भारत को अगला दौरा इंग्लैंड का करना है। इसके अलावा भारत को आने वाले महीनों में सीमित ओवरों की काफी क्रिकेट खेलनी है। ऐसे में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में होने वाली क्रिकेट भारतीय टीम प्रबंधन को कई नए संयोजनों पर काम करने का मौका देगी जो अगले साल होने वाले विश्व कप में टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में भारत अपने पिछले रिकार्ड को भी बेहतर करना चाहेगा। भारत को यहां 1992-93 में 2-5, 2006-07 में 0-4, 2010-11 में 2-3 और 2013-24 में 0-2 से मात खानी पड़ी थी। इसके अलावा भारत ने यहां 1996-97 और 2001-02 में दो त्रिकोणीय सीरीज भी खेली हैं जिनमें जिम्बाब्वे और केन्या की टीमें शामिल थीं, लेकिन इन दोनों में दक्षिण अफ्रीका विजेता बनकर उभरा था।

गुरुवार को होने वाले मैच में भारत अपनी अंतिम एकदाश में ज्यादा बदलाव करने के मूड में नहीं लग रहा है। रोहित शर्मा और शिखर धवन पारी की शुरुआत कर सकते हैं, उनके बाद कप्तान विराट कोहली, अंजिक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर तथा धौनी आएंगे।

यह देखना होगा कि मनीष पांडे, केदार जाधव और दिनेश कार्तिक में से किसे टीम में जगह मिलती है।

गेंदबाजी आक्रमण में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह पर जिम्मेदारी होगी। हार्दिक पांड्या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के रूप में टीम में योगदान देंगे।

पिच कैसी होगी, इस पर स्पिनरों को अंतिम एकादश में शामिल करने का निर्णय होगा। भारत के पास कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल के रूप में तीन विकल्प मौजूद हैं।

वहीं दक्षिण अफ्रीका भी अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण के भरोसे मैदान पर उतरेगी। उसके पास कागिसो रबादा, मोर्ने मोर्केल, क्रिस मौरिस, लुंगी नगिडी, अंदिले फेहुलकवायो के रूप में अच्छे विकल्प हैं।

टीमें :

भारत : विराट कोहली (भारत), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धौनी, हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर।

दक्षिण अफ्रीका : फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), ज्यां पॉल ड्यूमिनी, इमरान ताहिर, एडिन मार्करम, डेविड मिलर, मोर्ने मोर्कल, क्रिस मौरिस, लुंगी नगिडी, अंदिले फेहुलकवायो, कागिसो रबादा, तबरेज शम्सी, खायेलिहले जोंडो।

Source : IANS

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