IND vs ENG : इंग्लैंड की धरती पर भारत की 32 साल बाद सबसे बड़ी जीत के ये हैं 4 सूत्रधार

इतिहास बन चुके 2 हार को भुलाकर जीत का वर्तमान तलाशने टीम इंडिया तीसरे टेस्ट में उतरी तो 203 रन से जीत दर्ज की।

इतिहास बन चुके 2 हार को भुलाकर जीत का वर्तमान तलाशने टीम इंडिया तीसरे टेस्ट में उतरी तो 203 रन से जीत दर्ज की।

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sankalp thakur
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IND vs ENG : इंग्लैंड की धरती पर भारत की 32 साल बाद सबसे बड़ी जीत के ये हैं 4 सूत्रधार

भारत ने इंग्लैंड को 203 रनों से हराया

क्रिकेट का खेल कागज पर लिखे किसी स्क्रिप्ट की तरह नहीं होता जिसमें सबकुछ पहले से तय हो। मैदान पर हर दिन और हर गेंद पर एक नई कहानी लिखी जाती है। भारतीय टीम जब 5 टेस्ट मैचों के सीरीज के पहले दो मैच हार गई तो लगा कि अब पूरे सीरीज में उस पर दवाब होगा लेकिन इतिहास बन चुके उस हार को भुलाकर जीत का वर्तमान तलाशने टीम इंडिया तीसरे टेस्ट में ट्रेंट ब्रिज मैदान नए जोश के साथ उतरी।

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तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम के मैदान में उतरते ही लगा मानो वह नए जोश और नई उर्जा के साथ जीत दर्ज करने आई हो। एजबेस्टन और लॉर्ड्स में जो बल्लेबाजी बुरी तरह फ्लॉप रही थी उसी बल्लेबाजी ने मेजबान इंग्लैंड के सामने ट्रेंट ब्रिज में 521 रन का लक्ष्य रखा। बल्लेबाजों के अलावा टीम के जीत के सूत्रधार गेंदबाज रहे जिन्होंने इंग्लैंड को दोनों पारियो में सस्ते में समेट दिया। पहली पारी में हार्दिक पांड्या तो दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 5-5 विकेट लिए।

यह जीत इंग्लैंड की धरती पर भारत की 32 साल में पहली बार रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 1986 में लीड्स में 279 रनों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने लॉर्ड्स में 2014 में इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था। अब विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में यह बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है।

भारत ने ट्रेंट बोल्ट में 203 रन से जीत हासिल की। आइए जानते हैं टीम इंडिया की जीत के बड़े सूत्रधार कौन रहे

विराट कोहली

'कैप्टन लीडिंग फ्रॉम द फ्रंट' वाली बात विराट पर पूरी तरह सही बैठती है। उन्होंने अब तक इस पूरे सीरीज में इंग्लैंड के गेंदबाजों की कड़ी परीक्षा ली है। पहले टेस्ट में शतक और अर्धशतक लगाया मगर टीम को जीत नहीं दिला पाए तो वहीं दूसरे टेस्ट में बल्ले से कामयाब नहीं रहे। विराट ने तीसरे टेस्ट में फिर बता दिया कि विपरित परिस्थितियों में क्यों वह दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं।

जब टीम इंडिया सीरीज में 2-0 से पिछड़ रही थी और हर हाल में जीतना जरूरी था तो तीसरे टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 97 और दूसरी पारी में 103 रन बनाकर  टीम को मजबूती दी। उनकी बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने 500 से ज्यादा का 'असंभव' लक्ष्य दिया।

जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत की तरफ से सबसे अच्छी गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से इंग्लैंड टीम की कमर ही तोड़ दी। उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। इससे पहले पहली पारी में भी उन्होंने दो विकेट चटकाए थे। इस तरह से उन्होंने इस टेस्ट मैच में अब तक कुल 7 विकेट लिए हैं औऱ भारत की जीत की कहानी के मुख्य किरदार बने हैं।

हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या ने मैच की पहली पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। नॉटिंघम टेस्ट में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार एक पारी में पांच विकेट हासिल किए। नॉटिंघम में इंग्लैंड की पहली पारी को पांड्या ने तहस-नहस कर दिया। उन्होंने 6 ओवर में 28 रन देकर इंग्लैंड के पांच बल्लेबाज़ों का शिकार किया। पांड्या की धारदार गेंदबाज़ी की वजह से ही इंग्लिश टीम पहली पारी में 161 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद हार्दिक ने दूसरी पारी में भी 1 विकेट लिए उन्होंने कुल इस मैच में 6 विकेट लिए।

इशांत शर्मा

इशांत शर्मा ने भी इस मैच में शानदार गेंदबाजी किया। उनकी कई उधालभरी और गती से डाली गई गेंद से कई इंग्लैंड टीम के बल्लेबाज परेशान होते दिखे। उन्होंने दूसरी पारी में शुरूआती 2 झटके देकर इंग्लैंड को मैच की शुरुआत में ही बैकफुच पर धकेल दिया था। इशांत ने दोनों पारियो में मिलाकर 4 महत्वपूर्ण विकेट लिए।

Source : News Nation Bureau

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