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IND vs AUS: भारत के लिए फिनिशर की भूमिका निभाने को तैयार यह खिलाड़ी, पांड्या की जगह टीम में शामिल

तमिलनाडु का 27 साल का यह हरफनमौला ऑस्ट्रेलिया (Australia) और न्यूजीलैंड (New Zealand) दौरे पर टीम का हिस्सा रहेगा. वह हार्दिक हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की जगह टीम से जुडे़ हैं जिन्हें टीवी कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर अनुचित टिप्पणी करने के कारण बीसीसीआई ने जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया है.

Updated on: 14 Jan 2019, 12:32 PM

नई दिल्ली:

हरफनमौला विजय शंकर (Vijay Shankar) को श्री लंका में खेले गए निदाहस ट्रोफी टी20 अंतरराष्ट्रीय टूर्नमेंट के फाइनल में उस समय भारतीय प्रशंसकों की आलोचना झेलनी पड़ी थी जब वह मुस्ताफिजुर रहमान की गेंदों को समझने में विफल रहे थे लेकिन ‘मैच फिनिशर’ के तौर पर उनकी उपयोगिता पर राहुल द्रविड़ के विश्वास जताने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा और भारतीय टीम में उन्हें दूसरा मौका मिला.

तमिलनाडु का 27 साल का यह हरफनमौला ऑस्ट्रेलिया (Australia) और न्यूजीलैंड (New Zealand) दौरे पर टीम का हिस्सा रहेगा. वह हार्दिक हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की जगह टीम से जुडे़ हैं जिन्हें टीवी कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर अनुचित टिप्पणी करने के कारण बीसीसीआई ने जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया है. पिछले साल फरवरी में बांग्लादेश टीम के शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने बड़े मैचों में उनकी मानसिकता को लेकर सवाल उठे थे.

अब सिलेक्शन पर विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मानसिक तौर पर मैं ज्यादा मजबूत हुआ हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि मैं करीबी मैचों को खत्म कर सकता हूं. भारत ए के न्यूजीलैंड (New Zealand) दौरे ने मुझे मेरे खेल को अच्छे से समझने में मदद की.’

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विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा कि ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने न्यूजीलैंड (New Zealand) में उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जिससे उन्हें काफी फायदा हुआ.

भारत के लिए पांच टी20 मैच खेलने वाले विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा, ‘राहुल सर (द्रविड़) ने मुझे कहा था कि उन्हें मेरी मैच खत्म करने की क्षमता पर भरोसा है. मुझे लगता है कि पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करना मेरे खेल के अनुकूल है क्योंकि मैं दो मैचों में नाबाद रहा था.’

विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा, ‘न्यूजीलैंड (New Zealand) में 300 से ज्यादा का लक्ष्य का पीछा करते हुए मैंने 87 रन बनाए थे जिससे मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा. एक अन्य मैच में लक्ष्य का पीछा करते समय मैंने 60 रन बनाए थे. इन मैचों में मैं जब भी पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरा उस समय टीम को जीत के लिए 150-160 रन की जरूरत थी और यह जरूरी था कि मैं अच्छी पारी खेलूं और फिनिशर की भूमिका निभाऊं.’

इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि वह बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी पर भी बराबर ध्यान दे रहे हैं.

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विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा, ‘मैं खेल के दोनों पहलुओं पर बराबर ध्यान देता हूं. विजय हजारे ट्रोफी के ज्यादातर मैचों में मैंने अपने 10 ओवर के कोटा को पूरा किया. रणजी ट्रोफी में भी इस सत्र में मैंने काफी गेंदबाजी की. सबसे अच्छी बात यह है कि मैंने जो मेहनत की है उससे अब मानसिक तौर पर ज्यादा मजबूत महसूस कर रहा हूं.’

हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के टीम से बाहर होने के कारण विजय शंकर (Vijay Shankar) को मौका मिला लेकिन उन्हें इस बात की परवाह नहीं.

विजय शंकर (Vijay Shankar) ने कहा, ‘मैं विश्व कप और दूसरी चीजों के बारे में नहीं सोच रहा हूं. जब आप ऐसी बाते सोचते हैं तो खुल कर नहीं खेल सकते. मुझे तैयार रहना होगा और अगर मौका मिलता है तो उसे लपकना होगा.’