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भारत और आस्ट्रेलिया के बीच अगले साल एडिलेड में हो सकता है पहला डे नाइट टेस्‍ट

भारत और बांग्‍लादेश के बीच दिन रात के टेस्‍ट के बाद अब भारतीय टीम नए युग में प्रवेश कर चुकी है. भारत पहली बार डे नाइट का टेस्‍ट मैच खेला जा रहा है. ऐसे अब संभावना जताई जा रही है कि जल्‍द ही भारतीय टीम और भी दिन रात के टेस्‍ट मैच खेलते हुए नजर आएगी.

Updated on: 23 Nov 2019, 06:21 PM

New Delhi:

India Bangladesh day night test : भारत और बांग्‍लादेश के बीच दिन रात के टेस्‍ट के बाद अब भारतीय टीम नए युग में प्रवेश कर चुकी है. भारत पहली बार डे नाइट का टेस्‍ट मैच खेला जा रहा है. ऐसे अब संभावना जताई जा रही है कि जल्‍द ही भारतीय टीम और भी दिन रात के टेस्‍ट मैच खेलते हुए नजर आएगी. पहले तो भारतीय कप्‍तान विराट कोहली (Virat Kohli) ही इसके लिए राजी नहीं थे और लग रहा था कि भारत में दिन रात के टेस्‍ट की कल्‍पना करना दूर की कौड़ी है, लेकिन पूर्व कप्‍तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने बीसीसीआई (BCCI) अध्‍यक्ष बनने के बाद इस मुश्‍किल काम को पूरा कर दिखाया, वे कप्‍तान विराट कोहली (Virat Kohli) से मिले और तीन ही सेकेंड में विराट को इसके लिए राजी कर लिया. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की परीक्षा यहीं खत्‍म नहीं हुई, इसके बाद उन्‍हें बांग्‍लादेश क्रिकेट बोर्ड को भी इसके लिए राजी करना था, इसमें भी सौरव गांगुली ने सफलता प्राप्‍त कर ली. 

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इस वक्‍त भारत और बांग्‍लादेश के बीच जो पिंक बॉल टेस्‍ट (India vs Bangladesh Pink Ball Test) खेला जा रहा है, उसमें भारतीय टीम अच्‍छा प्रदर्शन कर रहे हैं. जहां एक ओर गेंदबाजी में तेज गेंदबाज कहर बरपा रहे हैं, वहीं बल्‍लेबाज भी अच्‍छा खेल दिखा रहे हैं. कप्‍तान विराट कोहली ने तो पहले ही पिंक बॉल टेस्‍ट में शतक जमा दिया है. वे भारत के पहले ऐसे बल्‍लेबाज बन गए हैं, जिन्‍होंने लाल, सफेद और अब पिंक बॉल से शतक जड़कर इतिहास बना दिया है. वहीं अजिंक्‍य रहाणे और चेतेश्‍वर पुजारा ने भी अर्धशतक जड़कर अच्‍छे हाथ दिखाए.

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अब संभावना जताई जा रही है कि बात अब आगे की होगी. भारत अब आस्‍ट्रेलिया में आस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार डे नाइट टेस्‍ट खेल सकता है. आस्‍ट्रेलिया के दिग्‍गज लेन स्‍पिनर ने भी इसी तरह की इच्‍छा जताई है. दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न की चाहत है कि भारत अगले साल आस्ट्रेलियाई दौर पर एडिलेड में दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच खेलें. भारत इस समय कोलकाता के ईडन गार्डंस स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला दिन-रात टेस्ट मैच खेल रहा है. यह गुलाबी गेंद से बांग्लादेश का भी पहला टेस्ट मैच है. शेन वार्न ने इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को ट्वीट कर बधाई भी दी.

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पूर्व आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर ने लिखा, सौरव गांगुली आपको और विराट कोहली को दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच खेलने के लिए राजी होने पर बधाई. मुझे उम्मीद है कि अगले साल भारत के आस्ट्रेलिया दौर पर भी ऐडिलेड में दिन-रात का टेस्ट मैच खेला जाएगा. यह शानदार होगा. वार्न को इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का भी समर्थन मिला है. वॉन भी चाहते हैं कि भारत और आस्ट्रेलिया अगले साल गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलें. उन्होंने ट्वीट किया, "शानदार सौरव.. मैं अगले साल आस्ट्रेलिया दौर पर भी यह देखना पसंद करूंगा.
इससे पहले जब भारतीय कप्‍तान विराट कोहली से आस्‍ट्रेलिया के खिलाफ डे नाइट टेस्‍ट खेलने को लेकर बात की गई तो उन्‍होंने भी इससे साफ तौर पर इन्‍कार नहीं किया था.

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उन्होंने कहा था कि जब भी यह होगा, इससे पहले एक अभ्यास मैच रखना होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने 2017-18 में एडीलेड में दिन रात का टेस्ट खेलने से इनकार कर दिया था, क्योंकि टीम को अनुकूलन के लिए अभ्यास मैच नहीं मिला था. उन्होंने कहा, हम गुलाबी गेंद से क्रिकेट खेलना चाहते थे. अब ऐसा हो रहा है, एक बड़े दौरे पर अचानक यह नहीं हो सकता कि हम गुलाबी गेंद से खेले बिना ही टेस्ट खेलने को तैयार हो जाएं. हमने गुलाबी गेंद से कोई प्रथम श्रेणी मैच भी नहीं खेला था. यह पूछने पर कि उनका इरादा कैसे बदला, उन्होंने कहा कि वह इसलिए तैयार हुए क्योंकि लंबे समय से बातचीत चल रही थी और उन्हें अचानक नहीं बताया गया.

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भारतीय कप्‍तान विराट कोहली ने कहा था कि आप दो दिन पहले अचानक नहीं कह सकते कि गुलाबी गेंद से खेलना है. इसके लिए तैयारी चाहिए होती है. एक बार आदत बन जाने पर कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा, हम अपने देश में गुलाबी गेंद से टेस्ट खेल रहे हैं. देखना होगा कि यह कैसा रहता है. इसके बाद हम बाहर किसी अहम टेस्ट श्रृंखला में इससे खेल सकते हैं. ओस की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, देर वाले सत्र में ओस की भूमिका होगी. हम उस समय देखेंगे कि कैसे निपटना है. भारत में और दूसरे देश में दिन रात का टेस्ट खेलने में यही फर्क है. इसके अलावा कोई फर्क नहीं दिखता. इसमें हमें फैसले अधिक सटीक लेने होंगे और कहीं कोई कोताही की गुंजाइश नहीं होगी. ऐसे में पूरी संभावना है कि अगले साल जब भारतीय टीम आस्‍ट्रेलिया का दौरे करे तब डे नाइट टेस्‍ट होता हुआ दिखाई दे.