भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे निर्णायक टेस्ट मैच में कुलदीप यादव ने अपनी चाइनामैन गेंदबाजी का शानदार नजारा पेश करते हुए में 4 विकेट झटके। कानपुर के इस 22 साल के गेंदबाज ने धर्मशाला टेस्ट में डेब्यू करने वाले भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज बनें। साथ ही टीम इंडिया की ओर से 288वें खिलाड़ी हैं, जिन्हें टेस्ट कैप सौंपी गई। उन्होंने अपने प्रदर्शन से सचिन तेंदुलकर-विरेद्र सहवाग जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को भी हक्का-बक्का कर दिया है।
भारत के पूर्व क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग ने कुलदीप की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, 'इस चाइना के माल की लंबी गारंटी है। शानदार फिरकी लेली ऑस्ट्रेलिया की।'
सचिन ने कुलदीप की तारीफ में ट्विट किया, ' मैं उनसे काफी प्रभावित हुआ हूं। इस मैच से आप शाइन कर सकते हो।'
डेविड वॉर्नर का विकेट लेकर कुलदीप यादव ने टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने का आगाज किया। इस विकेट के बाद उन्होंने तीन विकेट और लिए। पीटर हैंड्सकॉम्ब और ग्लेन मैक्सवेल को उन्होंने बोल्ड किया। इसके बाद पैट कमिंस को कॉट एंड बोल्ड आउट किया।
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जानिए किसे कहते हैं चाइनामैन बॉलर
जब बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को अंगुलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे 'चाइनामैन बॉलर' कहते हैं। ऐसे गेंदबाज स्पिन के लिए अपनी रिस्ट (कलाई) का उपयोग करते हैं और गेंद के पिच पर पड़ने के बाद बाईं से दाईं तरफ घुमाते हैं। यह टर्म साल 1933 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान आया था, जब वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के बॉलर एलिस अचॉन्ग ने इंग्लैंड के बैट्समैन को आउट कर दिया था।
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Source : News Nation Bureau