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भारत ने ऑस्ट्रेलिया का तोड़ा गुरुर,घोषित हुई कभी न भुलने वाली गाथा

ICC ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2020-21 को कभी ना भूलने वाली गाथा को बेस्ट टेस्ट सीरीज चुना. भारतीय टीम ने गाबा में अपने हार के सूखे को खत्‍म तो किया ही साथ में ऑस्‍ट्रेलिया की यहां 32 साल पुरानी बादशाहत भी खत्‍म की.

Updated on: 26 Dec 2021, 05:58 PM

नई दिल्ली:

साल 2021 कुछ अच्छे यादों और कुछ चीजों में सीख देने के साथ ही अपने अंतिम पड़ाव पर है. देश के लिए यह साल कुछ चुनौतियों को सामने रखकर जा रहा है, तो कुछ उपलब्धियों को हमेशा के लिए यादों में समेट कर जा रहा है. इन्हीं खट्टी-मीठी यादों के साथ ही हम नए साल में प्रवेश के लिए तैयार हैं. खेल ने भी इस साल कई बार गर्व करने का मौका दिया. इन्हीं खेलों में क्रिकेट भी शामिल है. आज हम आपको इस साल खेले गए बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के उन यादों के बीच ले जाएंगे. जिससे आपको भारतीय टीम पर गर्व होगा. 

साल 2020 के दिसंबर महीने में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर सीरीज की शुरुआत हुई . चार मैचों की यह सीरीज 17 दिसंबर से शुरु हुई थी. सीरीज का पहला मुकाबला एडिलेड में खेला गया. 

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का पहला मुकाबला: 

यह मुकाबला डे-नाइट खेला गया. मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले को 8 विकेट से अपने नाम किया. इस मैच के बाद भारतीय टीम का कुछ मनोबल गिर गया था. भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैलला किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया 244 रनों पर ढ़ेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से गेंदबाजों की बात करें तो मुकाबले की पहली पारी में मिचेल स्टार्क ने 4 विकेट अपने नाम किया था. पैट कमिंस ने 3 विकेट अपने नाम किया था. जोश हेजलवुड ने 1 विकेट अपने नाम किया था. नाथन लॉयन ने 1 विकेट अपने नाम किया था. 

जब ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में बल्लेबाजी करने आई तो भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पर हावी हो गए. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया भी 191 रनों पर ढ़ेर हो गई. कप्तान टिप पेन ने सर्वाधिक नाबाद 73 रनों की पारी खेली थी. मार्नश लाबुशेन ने 47 रनों का योगदान दिया था. इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज 20 रनों का ऑकड़ा पार नहीं कर पाया था. भारत की तरफ से आर अश्विन ने 4 विकेट अपने नाम किया था. उमेश यादव ने 3 विकेट अपने नाम किया था. जसप्रीत बुमराह ने 2 विकेट अपने नाम किया. 

दूसरी पारी में भारतीय टीम 36 रनों पर 9 विकेट खोकर बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया को दे दी. ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले को आसानी से आठ विकेट से जीत ली. 

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज दूसरा मुकाबला:  

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मुकाबला भारतीय टीम ने कप्तान कोहली के बिना 8 विकेट से अपने नाम करते हुए ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया था. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों पर हावी हो गए. और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 195 रनों पर ढ़ेर कर दिया. जसप्रीत बुमराह ने 4 विकेट अपने नाम किया. आर अश्विन ने 3 विकेट झटका. मोहम्मद सिराज ने 2 विकेट झटका. रविंद्र जडेजा को एक विकेट मिला. 

ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले 195 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने पहली पारी में 10 विकेट के नुकसान पर 326 रनों का स्कोर खड़ा किया. इस पारी में कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 112 रनों की शानदार पारी खेली. शुभमन गिल ने 45 रनों की पारी खेली थी. रविंद्र जडेजा ने 57 रनों की पारी खेली थी. बाकी भारतीय बल्लेबाजों के योगदान से भारतीय टीम 326 रनों तक पहुंच पाई. 

इस मैच की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 200 रनों पर फिर ढ़ेर हो गई. भारतीय गेंदबाजों के आगे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लड़खड़ा गई. दूसरी पारी में भी जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने 2 विकेट अपने नाम किया. मोहम्मद सिराज ने 3 विकेट अपने नाम किया. उमेश यादव ने 1 विकेट झटका. 

भारतीय टीम ने दूसरी पारी में शुभमन गिल के 35 और अजिंक्य रहाणे की 27 रनों की बदौलत 8 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया. 

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बॉर्डर-गावस्कर सीरीज तीसरा मुकाबला: 

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का तीसरा मुकाबला टाई हो गया था. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने् 10 विकेट के नुकसान पर 338 रनों का स्कोर खड़ा किया. भारतीय़ टीम पहली पारी में 244 रनों पर ढ़ेर हो गई थी. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 6 विकेट पर 312 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इसके बाद भारतीय टीम दूसरी पारी में 5 विकेट पर 334 रन बना ली थी. लेकिन पाचवां दिन खत्म हो गया. और मुकाबला टाई हो गया. 

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की चौथा मुकाबला: 

इस मुकाबले पर सभी की निगाहें टिकी थी. इस मुकाबले को ऑस्ट्रेलिया जीतती तो गाबा के मैदान पर उसका 32 सालों का रिकॉर्ड बरकरार रहता. लेकिन मुकाबला भारतीय टीम जीत गई. और गाबा ऐतिहासिक के मैदान पर तिरंगा फहराया गया. भारतीय टीम ने इस मुकाबले को काफी रोमांचक तरीके से जीती थी. इस मुकाबले में भी ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. 

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 369 रनों पर ढ़ेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मर्नश लाबुशेन ने शानदार 108 रनों की पारी खेली. मध्यक्रम में मैथ्यू वेड ने 45,कैमरुन ग्रीन ने 47 और कप्तान टिम पेन ने 50 रनों की पारी खेली थी. बाकी बल्लेबाजों की मदद से टीम 396 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई. भारतीय गेंदबाजों में टी नटराजन, शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट अपने नाम किया. 

भारतीय टीम पहली पारी में 336 रनों पर ढ़ेर हो गई थी. रोहित शर्मा ने 44 रनों की पारी खेली. वाशिंगटन सुंदर ने 62 रन और शार्दुल ठाकुर ने 67 रनों की पारी खेली थी. और बल्लेबाजों की मदद से भारतीय टीम 336 रन बना सकी. 

ऑस्ट्रेलिया टीम 33 रनों की लीड के साथ दूसरी पारी की बल्लेबाजी शुरु की और 294 रनों पर सिमट गई. इस पारी में स्टीव स्मिथ ने 55 रनों की पारी खेली. डेविड वार्नर ने 48 रनों की पारी खेली. बाकी बल्लेबाजों की मदद से टीम 294 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई थी. इस पारी में भारत से मोहम्मद सिराज ने 5 विकेट अपने नाम किया. शार्दुल ठाकुर ने 4 विकेट अपने नाम किया. और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट अपने नाम किया. 

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भारतीय टीम को चौथी पारी में 328 रनों का लक्ष्य मिला था. जो असंभव दिख रहा था. चौथी पारी में भारतीय टीम ने बल्लेबाजी शुरु की. 7 रन के निजी स्कोर पर रोहित शर्मा चलते बनें. लेकिन शुभमन गिल ने एक छोर को थामे रखा. गिल और पुजारा ने पारी को संभाली. शुभमन गिल ने 91 रनों की पारी खेली थी. पुजारा ने 56 रनों की पारी खेली. मध्यक्रम में अजिंक्य रहाणे 24 रन बनाकर चलते बनें. इसके बाद रिषभ पंत गाबा जीत में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पंत ने एक छोर को संभाले रखा. और नाबाद 89 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली. वाशिंगटन सुंदर ने 22 रनों की पारी खेली. नवदीप सैनी खाता खोलते इससे पहले भारतीय टीम जीत गई थी. 

आपको बता दें कि भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को 2-1 से नाम किया. खास बात यह थी कि विराट कोहली की गैर-मौजूदगी में टीम इंडिया ने यह कारनामा किया. ICC ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 को कभी ना भूलने वाली गाथा को बेस्ट टेस्ट सीरीज चुना. 

भारतीय टीम ने गाबा में अपने हार के सूखे को खत्‍म तो किया ही साथ में ऑस्‍ट्रेलिया की यहां 32 साल पुरानी बादशाहत भी खत्‍म की. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम अपनी धरती पर गाबा में आखिरी बार साल 1989 में हार का मुंह देखा था. इसके बाद से ही कंगारू टीम को यहां कभी कोई हरा नहीं पाया था. ऑस्‍ट्रेलिया ने यहां 31 मुकाबलों में जीत दर्ज की है. अब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराकर उसका गुरुर तोड़ दिया. साल 2021 में भारतीय टीम ने इस उपलब्धि को भी हांसिल किया.