logo-image

ये रही टीम इंडिया की 5 सबसे बड़ी हार, 15 साल बाद दोहराया इतिहास

आस्‍ट्रेलिया के विस्फोटक बल्‍लेबाज डेविड वार्नर और कप्तान एरॉन फिंच के शतकों से आस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच एकतरफा बनाकर 74 गेंद शेष रहते हुए रिकार्ड दस विकेट से जीत दर्ज की.

Updated on: 15 Jan 2020, 11:18 AM

नई दिल्‍ली:

India Biggest Defeat By Wickets : आस्‍ट्रेलिया के विस्फोटक बल्‍लेबाज डेविड वार्नर और कप्तान एरॉन फिंच के शतकों से आस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच एकतरफा बनाकर 74 गेंद शेष रहते हुए रिकार्ड दस विकेट से जीत दर्ज की. भारत शिखर धवन (91 गेंदों पर 74 रन) और केएल राहुल (61 गेंदों पर 47) के बीच दूसरे विकेट के लिए 136 गेंदों पर 121 रन की साझेदारी का फायदा नहीं उठा पाया. पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाली भारतीय टीम मध्यक्रम लड़खड़ाने के कारण 49.1 ओवर में 255 रन पर आउट हो गई. इसके बाद डेविड वार्नर और एरॉन फिंच ने भारत के मजबूत आक्रमण के खिलाफ शुरू से ही आक्रामक तेवर अपनाए. जिससे आस्ट्रेलिया ने 37.4 ओवर में बिना किसी नुकसान के 258 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. डेविड वार्नर ने 112 गेंदों पर नाबाद 128 रन जबकि एरॉन फिंच ने 114 गेंदों पर नाबाद 110 रन बनाकर आस्ट्रेलिया को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त दिलाई. यह पांचवां अवसर है जबकि भारत ने वनडे में कोई मैच दस विकेट से गंवाया. इससे पहले आखिरी बार 2005 में दक्षिण अफ्रीका ने कोलकाता में उसे दस विकेट से हराया था. आस्ट्रेलिया ने भारत को पहली बार दस विकेट से शिकस्त दी. इस मौके पर आपको जानना चाहिए कि भारत को इससे पहले कब और कहां, किसके खिलाफ दस विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. आइए आज हम आपको भारत की भारी हारों के बारे में बताते हैं.

  1. पहली बड़ी हार : टीम इंडिया की पहली सबसे बड़ी हार 10 जनवरी 1981 में हुई थी, तब भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच मैच हुआ था. तब भारतीय टीम के कप्‍तान सुनील गावस्‍कर हुआ करते थे. भारत ने इस मैच में पहले बल्‍लेबाजी की ओर पूरी टीम 112 रन पर ही सिमट गई. भारत के दो ही बल्‍लेबाज दहाई के आंकड़े को छू सके. जिसमें एक गुनप्‍पा विश्‍वनाथ ने 33 रन और कपिल देव ने 21 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्‍यूजीलैंड की टीम ने 29 ओवर में ही मैच दस विकेट से जीत लिया. यह पहली बार हुआ कि भारत को दस विकेट से हार मिली हो.
  2. दूसरी बड़ी हार : साल 1981 के बाद लंबे अर्से तक भारत को वह दिन नहीं देखना पड़ा, जब उसे दस विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा हो. लेकिन आखिरकार साल 1997 में वह दिन आ ही गया. जब फिर भारत की शर्मनाक हार हुई. तीन मई 1997 को भारत और वेस्‍टइंडीज के बीच मैच था. उस वक्‍त भारत की कप्‍तानी सचिन तेंदुलकर के हाथों में थी. भारत इस मैच में पहले बल्‍लेबाजी करने उतरा और 50 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 199 रन ही बना सका. जवाब में जब वेस्‍टइंडीज की टीम बल्‍लेबाजी के लिए उतरी तो दो ही बल्‍लेबाजों ने पूरे रन बना दिए. शिवनारायण चंद्रपाल ने तो इस मैच में शतक भी लगाया. यह मैच भी भारत 44.4 ओवर में ही हार गया.
  3. तीसरी बड़ी हार : इसके बाद भारत को अभी फिर से तीसरी सबसे बड़ी हार देखनी थी. वह दिन आया 22 मार्च 2000 को. तब भारतीय टीम के कप्‍तान सौरव गांगुली बन चुके थे. भारत ने पहले बल्‍लेबाजी की और निर्धारित ओवर पूरे नहीं खेल सकी और 45.2 ओवर में 164 पर ही आउट हो गई. भारत की हालत कितनी खस्‍ता थी, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 30 रन बनाए जो सर्वाधिक रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर थे. इसके बाद गैरी क्रिस्‍टन और हर्षल गिब्‍स ने मिलकर 29.2 ओवर में मैच जिता दिया.
  4. चौथी बड़ी हार : भारत की दस विकेट से चौथी हार भी दक्षिण अफ्रीका के ही खिलाफ आई थी. तब 25 नवंबर 2005 को भारत और दक्षिणअ अफ्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डेंस में मैच खेला गया था. भारत ने इस मैच में सौरव गांगुली को नहीं खिलाया गया था और टीम की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी. भारत ने पहले खेलते हुए 188 रन बनाए और पूरे ओवर भी नहीं खेल पाए. पूरी टीम 45.5 ओवर में ही आउट हो गई. जवाब में ग्रीम स्‍मिथ और हॉल ने मिलकर दक्षिण अफ्रीका को 35.5 ओवर में ही मैच जीत लिया.
  5. पांचवीं बड़ी हार : भारत की सबसे बड़ी हार अब करीब 15 साल बाद फिर से हुई है. पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम मध्यक्रम लड़खड़ाने के कारण 49.1 ओवर में 255 रन पर आउट हो गई. इसके बाद आस्ट्रेलिया ने 37.4 ओवर में बिना किसी नुकसान के 258 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. वार्नर ने 128 जबकि फिंच ने 110 रन बनाए. यह पांचवां मौका है. जब भारत ने वनडे में कोई मैच दस विकेट से गंवाया है. आस्ट्रेलिया ने भारत को पहली बार दस विकेट से शिकस्त दी है.