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IND vs WI : टीम इंडिया को मिला 160 रनों का लक्ष्य, वेस्टइंडीज ने बनाया सीरीज का सबसे बड़ा टोटल

IND vs WI : टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कैरेबियाई टीम ने 160 रनों का टारगेट सेट किया है. इस सीरीज में देखा गया है कि टीम इंडिया 150 का स्कोर भी चेज नहीं कर पाई है.

Updated on: 08 Aug 2023, 09:44 PM

नई दिल्ली:

IND vs WI : भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे तीसरे टी-20 मुकाबले में मेजबान टीम ने शानदार बल्लेबाजी की और इस सीरीज का सबसे बड़ा टारगेट बोर्ड पर लगा दिया है. जी हां, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कैरेबियाई टीम ने 160 रनों का टारगेट सेट किया है. इस सीरीज में देखा गया है कि टीम इंडिया 150 का स्कोर भी चेज नहीं कर पाई है. ऐसे में इस करो या मरो मुकाबले में इस बड़े लक्ष्य को हासिल करना ही होगा. वरना, उसे शर्मनाक तरीके से टी-20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ेगा.

Team India के सामने 160 रन का लक्ष्य

गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला जा रहा तीसरा टी-20 मुकाबला भारतीय टीम के लिए करो या मरो की स्थिति में खेला जा रहा है. अहम मुकाबले में टॉस जीतकर वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम ने संयुक्त प्रदर्शन के साथ 159/5 रन का स्कोर बना दिया है. ब्रेंडन किंग और काइल मेयर्स की ओपनिंग जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 55 रनों की पार्टनरशिप की. तभी अक्षर पटेल ने काइल 25(20) को आउट कर भारतीय टीम को पहली सफलता दिलाई.

ब्रेंडन किंग 42 रन बनाकर आउट हुए, तो वहीं रोवमैन पॉवेल ने सिर्फ 19 गेंदों पर 40 रन की कप्तानी पारी खेली. अपनी पारी में पॉवेल ने 3 छक्के और एक चौका जड़ा. भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कमाल की गेंदबाजी की और स्पेल में 28 रन देकर 3 विकेट चटकाए. वहीं अक्षर पटेल और मुकेश कुमार को भी एक-एक विकेट मिले.

भारत के लिए जीत अहम

भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टी-20 सीरीज में टीम इंडिया पहले ही 2 मैच हार चुकी है. इसके चलते अब ये तीसरा मुकाबला टीम इंडिया के लिए जीतना बेहद अहम हो गया है. यदि आज टीम इंडिया हारती है, तो ये हार पचा पाना टीम के लिए काफी मुश्किल होगा. चूंकि 5 सालों से भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के हाथों कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हारी है. 

बताते चलें, इस मैच में कप्तान हार्दिक पांड्या ने ईशान किशन को ड्रॉप करके यशस्वी जायसवाल को डेब्यू करने का मौका दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि यशस्वी कप्तान के भरोसे पर किस हद तक खरे उतरते हैं.