Rohit Sharma Virat Kohli Records : 12 जुलाई से भारत के वेस्टइंडीज दौरे का आगाज होगा. विंडीज दौरे पर टीम इंडिया 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मैच खेलती नजर आएगी. 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार से डोमिनिका का विंडसर पार्क में खेला जाएगा. इसी मुकाबले के साथ भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे चक्र की शुरुआत भी करेगी. हालांकि डोमिनिका टेस्ट से पहले कुछ ऐसा आंकड़े सामने निकलकर आ रहे है, जो मेहमान टीम की मुश्किलें थोड़ी सी बढ़ा सकते हैं. दरअसल, ये आंकड़े कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली से जुड़े हैं. इन दोनों ही स्टार भारतीय प्लेयर्स का कैरेबियन धरती पर 5 दिन के फॉर्मेट यानि टेस्ट क्रिकेट में कुछ अच्छा रिकॉर्ड नहीं है.
Virat Kohli के आंकड़ें
बात सबसे पहले किंग कोहली की करें तो विराट का यह चौथा कैरेबियाई दौरा है. 2011 में विराट कोहली ने वेस्टइंडीज दौरे से ही अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने विंडीज की सरजमीं पर अब तक कुल 9 टेस्ट मैच खेले और 35.62 की औसत से कुल 463 रन बनाने में सफल रहे. इस दौरान 13 पारियों में उनके बल्ले से सिर्फ 1 शतक और 2 अर्धशतक देखने को मिले.
आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि 13 पारियों में विराट केवल 3 बार 50+ का स्कोर पार करने में सफल रहे. कोहली ने वेस्टइंडीज में अपना एकमात्र शतक भी 7 साल पहले 2016 में जड़ा था, तब उन्होंने एंटिगा टेस्ट में 200 रन की पारी खेली थी. कहने को भले ही कैरेबियन द्वीप दोहरा शतक ठोका हो, लेकिन इन 200 रन को हटा दिया जाए तो विराट का स्कोर वेस्टइंडीज में 12 पारियों में केवल 263 रन रह जाएगा और औसत सिर्फ 22 की.
2011 में अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में कोहली ने वेस्टइंडीज में 5 पारियों में 76, 2016 के दौरे की 4 पारियों में 251 (दोहरा शतक शामिल) और 2019-20 के दौरे की 4 पारियों में केवल 136 रन बनाए थे. इन आंकड़ों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि विराट वेस्टइंडीज की धरती पर स्ट्रगल करते नजर आते हैं.
रोहित शर्मा के आंकड़ें भी नहीं अच्छे
वहीं अगर कप्तान रोहित शर्मा की करें, तो इनका हाल तो विराट से बुरा है. हिटमैन ने वेस्टइंडीज का एक ही दौरा किया है. 2016 में उनको कैरेबियाई धरती पर 2 टेस्ट खेलने का मौका मिला था, जहां वह पूरी तरह से अपने हथियार डालते नजर आए. 2 मैचों में रोहित ने 25 की औसत से मात्र 50 रन बनाए. 2016 के सेंट लूसिया टेस्ट की पहली पारी में शर्मा ने 9 और दूसरी पारी में 41 रन का योगदान दिया था.इसके बाद त्रिनिदाद टेस्ट में तो उनको बैटिंग का मौका तक न मिल सका. WTC Final में भी दोनों खिलाड़ियों का बल्ला शांत दिखा था, ऐसे में फैंस और टीम मैनेजमेंट को वर्ल्ड कप वाले साल में अपने दोनों धुरंधरों से दमदार प्रदर्शन की पूरी उम्मीद होगी.
अखिल गुप्ता की रिपोर्ट