logo-image

IND VS WI : 198 गेंदें और नतीजा 0, ये रहा चेन्नई में स्पिनरों का हाल, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

भारत में हमेशा से स्पिनरों का बोलबाला रहा है, लेकिन लगता है कि अब वह वक्त चला गया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण चेन्नई में (Chennai One Day) रविवार को देखने को मिला जब 198 गेंदें फेंकने के बाद भी स्पिनरों को एक भी विकेट नहीं मिला.

Updated on: 16 Dec 2019, 02:52 PM

नई दिल्‍ली:

India vs West Indies 1st One Day : भारत में हमेशा से स्पिनरों का बोलबाला रहा है, लेकिन लगता है कि अब वह वक्त चला गया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण चेन्नई में (Chennai One Day) रविवार को देखने को मिला जब 198 गेंदें फेंकने के बाद भी स्पिनरों को एक भी विकेट नहीं मिला. एमए चिदम्बरम (MA Chidambaram Stadium Chennai) में भारत और वेस्टइंडीज (India vs West Indies) के बीच खेले गए पहले वनडे मुकाबले में कुल कुल 10 विकेट गिरे, लेकिन एक भी विकेट स्पिनरों को नहीं मिला. इनमें से आठ विकेट भारत के गिरे और दो विकेट वेस्टइंडीज के. कैरेबियाई टीम ने यह मैच 8 विकेट से अपने नाम किया.

यह भी पढ़ें ः रवींद्र जडेजा के रन आउट पर बोले, विराट कोहली, बाहर बैठे लोग...

वेस्टइंडीज के लिए तेज गेंदबाज शेल्डन कॉटरेल (Shelder Cottrell), अल्जारी जोसफ (Aljari Joseph) और कीमो पॉल (Chemo Paul)ने दो-दो विकेट लिए जबकि कप्तान केरन पोलार्ड (Karen Pollard) को एक सफलता मिली. स्पिनर हेडन वॉल्श और रोस्टन चेज ने इस मैच में क्रमश: पांच और सात ओवर फेंके लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. भारत की बात की जाए तो दीपक चाहर (Deepak Chahar) और मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने एक-एक विकेट हासिल किया. कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने 10 ओवर डाले, रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने भी 10 ओवर डाले जबकि केदार जाधव (Kedar Jadhav) ने एक ओवर डाला लेकिन इन्हें सफलता नहीं मिली. भारत के स्पिनरों ने इस मैच में कुल 126 गेंदें डालीं जबकि कैरेबियाई स्पिनरों ने 72 गेंदें लेकिन इस विकेट पर किसी को सफलता नहीं मिली.

यह भी पढ़ें ः वन डे में पहला अर्धशतक लगाने के बाद ऋषभ पंत ने कही यह बड़ी बात

स्पिनरों द्वारा भारत में यह अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है. इससे पहले साल 2000 में पुणे में आस्ट्रेलिया और भारत का मुकाबला हुआ था, जिसमें 175 गेंदें फेंकने के बावजूद स्पिनरों को सफलता नहीं मिली थी. इसी तरह 1989 में मुम्बई में भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच खेले गए मुकाबले में स्पिनरों ने 162 गेंदें डाली थीं लेकिन इसके बावजूद वे विकेट के लिए तरसते रहे थे. 198 गेंदें और कोई विकेट नहीं, यह भारत के लिहाज से रिकार्ड है लेकिन विश्व स्तर पर 2001 में जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच ढाका में खेले गए वनडे मुकाबले में 228 गेंदें फेंकने के बावजूद स्पिनर विकेट नहीं ले सके थे.

यह भी पढ़ें ः शिमरोन हेटमायेर बोले, यह मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी, लेकिन अगर ऐसा होता तो...

दूसरा आंकड़ा 222 गेंदों का है और यह घटना हरारे का है, जहां 1996 में पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के स्पिनर विकेट लेने में नाकाम रहे थे. कुल चार वाकये ऐसे हुए हैं, जब मैच में 200 या उससे अधिक गेंदें फेंकने के बावजूद स्पिनरों को विकेट नहीं मिला है.