logo-image

WTC फाइनल से पहले जान लीजिए दोनों टीमों के रिकॉर्ड 

ICC World Test Championship Final Match : भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final) का फाइनल मुकाबला न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाना है,

Updated on: 10 Jun 2021, 02:31 PM

नई दिल्ली :

ICC World Test Championship Final Match : भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final) का फाइनल मुकाबला भले ही न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाना है, लेकिन विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली टीम इंडिया (Team India) का इस चैंपियनशिप के दौरान विदेशी जमीन पर रिकॉर्ड कीवी टीम से बेहतर रहा है. न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी पीरियड के दौरान 2019 से 2021 तक पांच सीरीज खेली, जिसमें से उसने भारत, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ घर में सीरीज जीती और अंक प्रतिशत के आधार पर डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बनाई थी. हालांकि, कीवी टीम की शुरुआत इस चैंपियनशिप में अच्छी नहीं रही थी. केन विलियम्सन की कप्तानी वाली कीवी टीम की 2019 में श्रीलंका में हुई सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी जबकि 2019-20 सीजन में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. 

यह भी पढ़ें : पश्चिम बंगाल में फिर खेला होबे, फुटबॉल खिलाड़ियों को होगा फायदा

दूसरी तरफ भारत की शुरुआत अच्छी रही थी और टीम ने विंडीज को उसके घर में हराकर पूरे अंक हासिल किए थे. इसके बाद टीम इंडिया ने घरेलू जमीन पर दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश को हराया. भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 3-0 और बांग्लादेश को 2-0 से हराया था. हालांकि, टीम इंडिया को 2020 में न्यूजीलैंड में 0-2 से टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. इस सीरीज के बाद दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण कुछ समय के लिए क्रिकेट गतिविधियां ठप्प हो गई थीं.

यह भी पढ़ें : मुक्केबाज डिंग्को सिंह का निधन, जानिए उनकी उपलब्धियां और पुरस्कार 

इसके बाद 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज टीम इंडिया के लिए काफी अहम थी जहां उसने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 2-1 से हराकर सीरीज जीती. भारत ने डब्ल्यूटीसी पीरियड के दौरान तीन सीरीज घर से बाहर खेली जहां दो में उसे जीत मिली. न्यूजीलैंड के लिए इंग्लैंड का वातावरण एकमात्र चीज है जो उसे फायदा पहुंचा सकती है. ऐसा कहा जा रहा है कि इंग्लैंड में वातावरण न्यूजीलैंड के समान है. ब्रेट ली और ग्लेन टर्नर सहित कई पूर्व क्रिकेटर कह चुके हैं कि इंग्लैंड का वातावरण कीवी टीम को फायदा पहुंचा सकता है.