IND vs NZ : कप्तान विराट कोहली ने इस खिलाड़ी को दिया जीत का श्रेय, जानिए कौन है वह
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रविवार को दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ सात विकेट की जीत के दौरान नियंत्रण बनाने के लिए गेंदबाजों की सराहना की.
टीम इंडिया, भारतीय क्रिकेट टीम( Photo Credit : आईएएनएस)
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रविवार को दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ सात विकेट की जीत के दौरान नियंत्रण बनाने के लिए गेंदबाजों की सराहना की. रविंद्र जडेजा (चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट) और जसप्रीत बुमराह (चार ओवर में 21 रन देकर एक विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने न्यूजीलैंड की टीम 132 रन ही बना सकी. मोहम्मद शमी ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 22 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली.
विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, मुझे लगता है कि हमने आज फिर अच्छा प्रदर्शन किया, विशेषकर गेंद से. गेंदबाजों ने जिम्मेदारी ली और मैच पर नियंत्रण बनाया. विकेट के एक तरफ गेंदबाजी करना अच्छा रहा जिससे हम न्यूजीलैंड की अच्छी टीम को 132 रन पर रोक पाए जो मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धी स्कोर नहीं था. भारत ने 15 गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया. कोहली ने कहा, छोटे स्कोर के कारण हमने अधिक जोखिम उठाए बिना बल्लेबाजी की लेकिन हमें लगता है कि विकेट पर 160 का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता. जडेजा को विकेट से काफी मदद मिल रही थी. कोहली ने कहा, स्पिनरों को मदद मिल रही थी और मुझे लगता है कि जडेजा असाधारण था. चहल ने शानदार गेंदबाजी की. बुमराह भी बेहतरीन था और शमी, शारदुल और शिवम ने गेंद से काफी अच्छा योगदान दिया, लेकिन मुझे लगता है कि अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हमने क्षेत्ररक्षण में पूरा साथ दिया.
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का मानना है कि पहले मैच की तुलना में विकेट बल्लेबाजी के लिए मुश्किल था और उन्होंने 20 रन कम बनाए. उन्होंने कहा, यह मुश्किल दिन था. विकेट पहले मैच की तुलना में काफी अलग था. मुझे लगता है कि मैच को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमें 15 से 20 रन और बनाने की जरूरत थी. लेकिन भारत ने जिस तरह गेंदबाजी की उन्हें श्रेय जाता है. विलियमसन ने भारत को विश्वस्तरीय टीम करार दिया जिसने उन्हें लगातार दबाव में डाला. उन्होंने कहा, सभी विभागों में उनकी टीम स्तरीय है और बीच के ओवरों में उन्होंने हमें दबाव में रखा. छोटे मैदान पर सिर्फ 130 (132) रन बनाने के बावजूद हमें पता था कि अगर हम शुरुआत में जल्दी विकेट हासिल करने और उनकी तरह दबाव बनाने में सफल रहे तो कुछ भी हो सकता है.