अजिंक्य रहाणे (Photo Credit: twitter.com/BCCI)
नई दिल्ली :
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है जिसमें गेंदबाजों से लेकर बल्लेबाजों ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया. टीम इंडिया ने कप्तान अजिंक्य रहाणे ने शानदार बल्लेबाजी और मेलबर्न के ऐतिहासक मैदान पर शतक लगाया. टीम इंडिया को रहाणे के शतक की बदौलत ही जीत मिली क्योंकि रहाणे के शतक ने ही टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के बनाए गए 195 रनों पर बढ़त हासिल की थी. भारत ने पहली बारी में 326 रन बनाए और मेजबान टीम को 131 रनों की बढ़त दी, जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 200 रन बनाए और भारत को 70 रनों का टारगेट दिया जिसको दो विकेट के नुकसान पर भारत ने हासिल कर लिया. रहाणे को उनके प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. मेलबर्न में शतक लगाने के बाद मैदार पर रहाणे को खास सम्मान दिया गया है.
After leading from the front with a fantastic ton in the Boxing Day Test against Australia, @ajinkyarahane88 has his name engraved on the MCG Honours Board for the second time. 👏👏#TeamIndia #AUSvIND pic.twitter.com/z7vDe5dG4U
— BCCI (@BCCI) December 30, 2020
बता दें कि मेलबर्न के मैदान पर बतौर कप्तान रहाणे शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. रहाणे से पहले टेस्ट कप्तान के रुप में सचिन तेंदुलकर ने साल 1999 में 116 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद से कोई भी टीम इंडिया का कप्तान शतक नहीं लगा पाया था. हालांकि अजिंक्य रहाणे की इस पारी ने सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. रहाणे ने बतौर कप्तान पहला शतक लगाया है जबकि उनके करियर का 12वां शतक हैं.
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रहाणे का ये मेलबर्न के मैदान पर दूसरा शतक था इससे पहले साल 2014 में रहाणे ने 147 रनों की पारी खेली थी. मेलबर्ल में अजिंक्य रहाणे ने दो शतक लगाए हैं इससे पहले भारत के लिए वीनू मांकड मेलबर्न में भारत के लिए दो शतक लगा चुके हैं. रहाणे ने टीम इंडिया को मेबलर्न के मैदान पर चौथी जीत दर्ज की थी. सबसे पहले साल 1977 में टीम इंडिया ने बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में पहली बार मेलबर्न में टेस्ट जीता था. इसके बाद साल 1981 में सुनील गावस्कर कप्तान थे और उन्होंने टीम को जिताया था. फिर कई सालों बाद 2018 में टीम इंडिया ने विराट कोहली की कप्तानी में जीत दर्ज की थी.