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भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया( Photo Credit : IANS)
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का मानना है कि अपने निडर स्वाभाव और साहस के दम पर भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में आस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की है. अरुण का कहना है कि पांच गेंदबाजों के साथ ब्रिस्बेन टेस्ट खेलना एक तरह का साहसिक फैसला था क्योंकि इससे मैच के साथ-साथ सीरीज गंवाने का भी खतरा था लेकिन टीम प्रबंधन ने यह जोखिम लिया और आज नतीजा सबके सामने हैं.
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अरुण का कहना है कि वॉशिंगटन सुंदर को डेब्यू का मौका देना एक तरह का बड़ा रिस्क था क्योंकि सुंदर ने तीन साल से प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला था. सुंदर ने हालांकि अपने चयन को सार्थक करते हुए शानदार प्रदर्शन कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. अरुण ने कहा अंतिम टेस्ट मैच में एक अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाने को लेकर चर्चा थी लेकिन बाद में हमने सोचा कि यह एक नेगेटिव मूव होगा और इसीलिए हमने पांच गेंदबाजों के साथ खेलने का फैसला किया. हमने सोचा-समझा जोखिम लिया, जो काम कर गया और आज नतीजा सबके सामने है.
Ravi Shastri has been brilliant as a Head Coach: B Arun
💬 Bowling Coach B Arun speaks about his camaraderie with Head Coach @RaviShastriOfc & how he gives the team and support staff a free-spirited outlook towards their work 👏🏻👍🏻#TeamIndiapic.twitter.com/Gkx8FJfh0T
— BCCI (@BCCI) January 22, 2021
अरुण के मुताबिक सफलता हासिल करने की दिशा में भारतीय टीम अब रिस्क लेने से नहीं चूकती और ब्रिस्बेन में अनुभवहीन गेंदबाजों के साथ खेल रहे होने के बावजूद पांच गेंदबाजों को मौका देना एक बहुत बड़ा फैसला था. अरुण ने कहा हमें अगर सफल होना है तो नाकामी से घबराना नहीं होगा. वह साथ चलेगी. हम हारने से नहीं डरते. हम कुछ मैच हारेंगे और हर हार से हम कुछ ना कुछ सीखेंगे. हार खेल का हिस्सा है और एक अच्छा खिलाड़ी हार से सीखकर ही जीत हासिल करता है. हम इसी फार्मूले के साथ चल रहे थे.
Source : IANS